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जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने किया 1907 में स्थापित संस्था सर्वहितकारिणी सभा का अवलोकन

जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने किया 1907 में स्थापित संस्था सर्वहितकारिणी सभा का अवलोकन

  • जनचेतना और चूरू के विकास में सर्वहितकारिणी सभा का काम अनुकरणीय : सुराणा

चूरू। जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने गुरुवार को जिला मुख्यालय पर स्वामी गोपालदास चौक स्थित सर्वहितकारिणी सभा का अवलोकन किया और सभा की गतिविधियों व सभा के माध्यम से हुए कार्यों को अनूठा और अनुकरणीय बताया। इस मौके पर जिला कलक्टर सुराणा ने कहा कि आजादी से पहले जिन संस्थाओं ने देश में सामाजिक चेतना और समाज सुधार के साथ-साथ शिक्षा व समाज सेवा के क्षेत्र में काम किया, उनमें सर्वहितकारिणी सभा का भी नाम अग्रणी है। स्वामी गोपालदास, पं. कन्हैयालाल ढंढ और अन्य दूरदर्शी व्यक्तियों ने इस संस्था के माध्यम से जो सामाजिक सरोकार व सामाजिक चेतना के कार्य किए, वे अपने आप में महत्वपूर्ण है। आजादी के आंदोलन में भी सभा से जुडे लोगों ने सक्रिय भूमिका निभाई, यह सोचकर ही गौरव का अनुभव होता है।

इस दौरान सर्वहितकारिणी सभा के मंत्री भागीरथ शर्मा ने बताया कि सन् 1907 में संस्था की स्थापना हुई। संस्था के माध्यम से एक तरफ आजादी और जनचेतना के कार्य हुए, वहीं चूरू शहर में कबीर पाठशाला, पुत्री पाठशाला, इंद्रमणि पार्क, लोहिया कॉलेज, भरतिया अस्पताल, चूरू बालिका महाविद्यालय जैसे महत्वपूर्ण संस्थानों की स्थापना में सभा की अहम भूमिका रही। गौशाला के लिए भूमि छुड़वाने और पर्यावरण सुधार के लिए सभा की ओर से अनेक कार्य हुए, वहीं महामारियों के समय में स्वामी गोपालदास और अन्य लोगों ने अभूतपूर्व सेवा कार्य किया। सभा से जुड़े स्वामी गोपालदास, पं. कन्हैयालाल ढंढ, चंदनमल बहड़, पं. राम ओझा, वैद्य भालचंद्र शर्मा, वैद्य शांत शर्मा आदि सभी लोग उस समय स्वाधीनता सेनानी और समाज सुधारक रहे। सभा ने प्रवासियों के माध्यम से अनेक विकास कार्य कराए जो आज भी चूरू के विकास में मील का पत्थर माने जाते हैं।

भागीरथ शर्मा ने बताया कि संस्था के पदाधिकारियों का इतना योगदान रहा कि चूरू शहर में उन पदाधिकारियों के नाम पर गढ़ से रेल्वे स्टेशन तक सड़क का नाम स्वामी गोपालदास मार्ग, रेल्वे स्टेशन से सुभाष चौक तक सड़क का नाम कन्हैयालाल ढंढ मार्ग तथा रेल्वे स्टेशन से पंखा सर्किल तक सड़क का नाम चंदन मल बहड़ मार्ग रखा गया है। पंखा सर्किल का नाम चंदन मल बहड़ सर्किल रखा गया है।

इस दौरान नगर संस्थान के श्यामसुंदर शर्मा, एडीपीआर कुमार अजय, उप प्रमुख महेंद्र न्यौल, परमेश्वर महर्षि, दलीप सरावग, राजेश मंडावेवाला, सुनील भाऊवाला, संजय बजाज, फतेहचंद सोती, ओम सारस्वत, राजीव बहड़, नेमीचंद गोदारा, शिशपाल बुडानिया, भगवानाराम, राकेश बेनीवाल आदि मौजूद रहे।

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