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संस्कारित विशिष्ट मानव निर्माण की जैनेटिक ह्यूमन इंजीनियरिंग है गर्भाधान संस्कार- यश

संस्कारित विशिष्ट मानव निर्माण की जैनेटिक ह्यूमन इंजीनियरिंग है गर्भाधान संस्कार- यश

जयपुर। निराश्रित जन सेवा यज्ञ एवं संस्कारित पीढ़ी निर्माण अभियान को समर्पित शिव विहार कालोनी मुहाना स्थित ओउमाश्रय सेवा धाम में नव दम्पति ने गर्भाधान संस्कार कराया। ओउमाश्रय संस्थापक वैदिक चिंतक और यज्ञ के वृह्मा यशपाल यश ने बताया कि आई टी प्रोफेशनल इंजीनियर पहुंच टाप कंसलटैन्सी प्राइवेट लिमिटेड के स्वामी वर्धमान जैन एवं आयुषी जैन एम एड मुख्य यजमान रहे।इस अवसर पर यश ने अभिमन्यु मदालसा नैपोलियन सहित अनेक देश दुनिया के उदाहरण देकर गर्भाधान संस्कार एवं गर्भस्थ शिशु पर पड़ने वाले प्रभावों की चर्चा की। यश ने कहा कि ये संस्कार जैनेटिक ह्यूमन इंजीनियरिंग है जो सुपर ह्यूमन विशिष्ट मानव निर्माण की आधारशिला है।यश ने कहा कि भूमि और वीज के सुधारीकरण की ये प्रक्रिया विषय लोलुपता की जगह नवीन आत्मा के आव्हान का पवित्र यज्ञहै।

यश ने कहा कि हिटलर की अनहोनी युवा पीढ़ी निर्माण से वैश्विक अशांति अराजकता उपद्रव को स्मरण करते हुए मानव को सुख शांति स्थिरता समृद्धि और जीवन के लक्ष्य मोक्ष यानि सर्वदा आनंदित रखने का ईश्वरीय आदेश है। इस अवसर पर आश्रमवासियों मुकेश जैन एवं प्रभा जैन ने नव दम्पति को पुष्प वर्षा कर आशीर्वाद दिया। यज्ञ में गाय का घी दूध पके चावल गुड़ तथा औषधीय पौष्टिक सुगंधित पदार्थो की हबन सामग्री से आहुतियां दिलवाई गई। नव दम्पति ने वीडियो से शाम गान सुनकर वैदिक मंत्रों के साथ सूर्य दर्शन यज्ञशाला एवं यज्ञ वेदी की परिक्रमा प्रदक्षिणा की। आयुषी ने अपना पैतृक गोत्र की जगह पति के गोत्र को धारण कर पति को नमस्ते कहकर चरण स्पर्श किए।घी दूध पके चावल गुड़ से वने स्थालीपाक को पत्नि ने ग्रहण किया तथा रात्रि कक्ष में जाने से पहले हर आहुति से वचे कांसे के पात्र में एकत्रित घी का शरीर पर लेपन कर स्नान करना होता है। कार्यक्रम शांति पाठ एवं भोजन प्रसादी के साथ सम्पन्न हुआ।

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