आईआईएम संबलपुर ने नर्चरिंग फ्यूचर लीडरशिप के दूसरे बैच के लिए 5 दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया
उच्च शिक्षा संस्थानों के शैक्षणिक प्रशासन और नेतृत्व को बदलने का प्रयास
संबलपुर। देश के प्रमुख प्रबंधन संस्थानों में से एक आईआईएम संबलपुर ने मालवीय मिशन टीचर ट्रेनिंग प्रोग्राम (एमएमटीटीपी) के तत्वावधान में नर्चरिंग फ्यूचर लीडरशिप के दूसरे बैच के लिए 5 दिवसीय आवासीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में देश भर के 16 विभिन्न उच्च शिक्षा संस्थानों के 28 संकाय सदस्यों ने भाग लिया। भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा संचालित और एनईपी 2020 के दृष्टिकोण के अनुरूप, इस कार्यक्रम का उद्देश्य उच्च शिक्षा संस्थानों (एचईआई) में संकाय सदस्यों को बेहतर शिक्षण अनुभव प्रदान करके आवश्यक नेतृत्व क्षमता विकसित करने के लिए सशक्त बनाना है। साथ ही, संकाय सदस्यों के बीच ज्ञान, कौशल और विशेषताओं की गहरी समझ पैदा करना और उन्हें संगठनों के प्रबंधन और नेतृत्व में चुनौतियों की पहचान करने की दिशा में तैयार करना है।
कार्यक्रम में अपने स्वागत भाषण के दौरान, आईआईएम संबलपुर के डायरेक्टर प्रो. महादेव जायसवाल ने कहा, ‘‘मजबूत जमीनी स्तर की शिक्षा से ही राष्ट्रीय समृद्धि और अंतरराष्ट्रीय मान्यता होती है। आईआईएम संबलपुर में हम मानते हैं कि शिक्षा में नेतृत्व का मतलब शासन को बढ़ाते हुए नवाचार, समग्रता और समावेशिता को बढ़ावा देना है। हमारे एमएमटीटीपी कार्यक्रम का उद्देश्य शैक्षणिक क्षेत्र के अग्रणी लोगांे को सशक्त बनाना है, ताकि वे संस्थानों को मजबूत करने, मानकों को और बेहतर बनाने, टैक्नोलॉजी को अपनाने और प्रणालीगत परिवर्तन को आगे बढ़ाने में सक्षम हो सकें। इस तरह राष्ट्रीय विकास और वैश्विक उत्कृष्टता दोनों में योगदान हो सकेगा। एक राष्ट्र की समृद्धि न केवल उसकी प्रतिभा और संसाधनों पर निर्भर करती है, बल्कि उसके शैक्षिक ढांचे के भीतर विकसित नैतिक और पारदर्शी शासन सिद्धांतों पर भी निर्भर करती है।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘एमएमटीटीपी कार्यक्रम एक इंटरैक्टिव शिक्षण पद्धति का उपयोग करता है जिसमें केस स्टडी शिक्षण विधियां शामिल हैं, और जिसमें पढ़ने, व्याख्यान और सिमुलेशन के साथ अन्य इंटरैक्टिव अभ्यासों को भी अपनाया जाता है। यह कार्यक्रम शिक्षकों और प्रशासकों को अपने संस्थानों और समुदायों के भीतर प्रभावी नेता बनने के लिए सशक्त बनाएगा।’’आईआईएम संबलपुर संकायों द्वारा 5-दिवसीय कार्यक्रम के दौरान अनेक सत्र आयोजित किए गए। इस दौरान ओयूएटी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर श्याम सुंदर पटनायक ने परिस्थितिजन्य नेतृत्व पर एक सत्र में विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का परिचय एमएमटीटीपी के कार्यक्रम निदेशक प्रोफेसर रामकृष्ण पाढ़ी ने दिया और एमएमटीटीपी की कार्यक्रम निदेशक प्रोफेसर पूनम कुमार ने धन्यवाद दिया।