
जयपुर में 141 नई ग्राम पंचायतें और 4 नई पंचायत समितियां गठित
ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन का काम पूरा, गोविंदगढ़ सबसे बड़ी से चौमूं और तूंगा बनी सबसे छोटी पंचायत समिति
जयपुर। राजस्थान में चल रहे ग्राम पंचायतों और पंचायत समितियों के पुनर्गठन कार्य के तहत जयपुर जिले में यह प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। जिला प्रशासन ने आपत्तियों के निस्तारण के बाद अंतिम प्रस्ताव तैयार कर राज्य सरकार को भेज दिया है। सरकार यदि इस प्रस्ताव को बिना संशोधन के मंजूरी देती है, तो जिले में 141 नई ग्राम पंचायतें और 4 नई पंचायत समितियां अस्तित्व में आ जाएंगी।जिला प्रशासन द्वारा तैयार किए गए प्रस्ताव के अनुसार, अब जयपुर में 19 के स्थान पर कुल 23 पंचायत समितियां होंगी। नवगठित पंचायत समितियों में रामपुरा डाबड़ी, चौमूं, अमरसर और बांसखो शामिल हैं।
141 नई ग्राम पंचायतें, 9 हुई समाप्त
पुनर्गठन से पहले जयपुर जिले में कुल 466 ग्राम पंचायतें थीं। इनमें से 9 ग्राम पंचायतों को समाप्त कर दिया गया है, जबकि 141 नई ग्राम पंचायतों का सृजन किया गया है। अब जिले में ग्राम पंचायतों की कुल संख्या बढ़कर 598 हो गई है।
जमवारामगढ़ बनी सबसे बड़ी, तूंगा सबसे छोटी पंचायत समिति
पुनर्गठन के बाद जमवारामगढ़ को जयपुर जिले की सबसे बड़ी पंचायत समिति के रूप में प्रस्तावित किया गया है, जिसमें 40 ग्राम पंचायतें शामिल की गई हैं। वहीं, तूंगा को सबसे छोटी पंचायत समिति के रूप में गठित किया गया है, जिसमें 17 ग्राम पंचायतें शामिल होंगी।बांसखो पंचायत समिति का गठन तूंगा और बस्सी पंचायत समितियों को विभाजित कर किया गया है।
गोविंदगढ़ विभाजन के बाद चौमूं का गठन
पुनर्गठन से पहले गोविंदगढ़ जिले की सबसे बड़ी पंचायत समिति थी, जिसमें 47 ग्राम पंचायतें शामिल थीं। पुनर्गठन के बाद इसे विभाजित कर चौमूं को नई पंचायत समिति के रूप में गठित किया गया है। अब गोविंदगढ़ में 27 और चौमूं में 34 ग्राम पंचायतें होंगी, इस प्रकार कुल संख्या बढ़कर 61 हो गई है।
झोटवाड़ा की स्थिति में भी बदलाव
पुनर्गठन से पहले झोटवाड़ा को जिले की सबसे छोटी पंचायत समिति माना जाता था, जिसमें 16 ग्राम पंचायतें थीं। अब तूंगा के गठन के बाद झोटवाड़ा से यह स्थान छिन गया है।