
मस्टरोल में हाजरी 70 की काम कर रहे 38 श्रमिक
मनरेगा में हो रहे फर्जीवाड़े का जवाब तो अधिकारियों को देना ही पड़ेगा , बृजेंद्र चौधरी
वैर . गाँव जटवलाई निवासी एवं राज्य उपभोक्ता संरक्षण परिषद (राजस्थान सरकार) के सदस्य बृजेन्द्र चौधरी ने वैर क्षेत्र का दौरा किया।
इस दौरान गांव मुहारी से भोपर के रास्ते पर मनरेगा में कार्य के रहे श्रमिकों से मिलकर उनकी समस्याएं सुनी।
चौधरी ने मनरेगा में कार्य कर रहें श्रमिको की संख्या की जानकारी पूछी तो मेट ने बताया कि 70 श्रमिकों की मस्टोल चल रही है। जब चौधरी ने श्रमिकों की गिनती की तो सिर्फ 38 ही निकले।
इसके बाद चौधरी ने मेट से श्रमिकों की हाजरी के बारे में पूछा तो मेट ने बताया कि हाजरी तो हो गई है लेकिन हाजरी करने वाले चले गये। चौधरी ने जब हाजरी करने वाले से फोन पर बात की तो उन्होंने बताया कि हाजरी मैने नही ली और बातों को इधर से उधर घूमाने लगे।
बृजेन्द्र चौधरी ने फोन पर उपखण्ड स्तर के अधिकारियों को इस घटना से अवगत कराया तो उनका जबाब था दिखबाते है। आखिर इतनी लापरवाही क्यों हो रही है ? यह एक बहुत बड़ा सबाल है।
चौधरी ने आगे बताया कि मनरेगा में 70 की जगह 38 श्रमिक ही कार्य कर रहे है और उनकी भी हाजरी है या नही इसका भी पता नही है। ये क्या लीपापोती चल रही है ? इसका जबाब अधिकारियों को देना पड़ेगा। मनरेगा ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के लिए वरदान साबित हुई है। लेकिन कुछ लोग जानबूझ कर इसमें फर्जीवाडा कर रहें है और सरकारी पैसे को हड़प रहें है। ऐसे लोगो पर कार्यवाही होनी चाहिए।