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मानसून और आपदा प्रबंधन को लेकर सभी विभाग सतर्क रहें- कलक्टर

मानसून और आपदा प्रबंधन को लेकर सभी विभाग सतर्क रहें- कलक्टर

आपदा से पूर्व तैयारियां, दिव्यांगजनों के लिए राहत, अवैध मादक पदार्थों पर कार्रवाई सहित कई महत्वपूर्ण बिंदु पर निर्देश बैठक की शुरुआत में श्रद्धांजलि स्वरूप दो मिनट का मौन


कोटा। सोमवार को जिला कलक्टर डॉ. रविंद्र गोस्वामी की अध्यक्षता में अंतर विभागीय समन्वय, विभागीय योजनाओं की प्रगति समीक्षा, आपदा प्रबंधन तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग से जुड़ी बैठक जिला मुख्यालय पर आयोजित की गई। बैठक की शुरुआत में ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आलोक के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की गई और दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। विभागीय योजनाओं की समीक्षा और बजट घोषणाओं पर सख्त फॉलोअप बैठक में कलक्टर ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि बजट घोषणाओं से संबंधित भूमि आवंटन, निर्माण कार्य जैसे बिंदुओं का नियमित फॉलोअप करें। उन्होंने कहा कि बजट की घोषणाएं समय और धरातल पर उतरनी चाहिए और उसकी प्रगति में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आपदा प्रबंधन को लेकर व्यापक निर्देश, सभी विभाग तैयार रहें कलक्टर ने कहा कि बारिश, अतिवृष्टि और बाढ़ की आशंका को देखते हुए सभी विभाग अपनी मशीनरी की समय पर सर्विस करवा लें। जलभराव संभावित क्षेत्रों को चिह्नित करें और राहत शिविरों के लिए सुरक्षित स्थानों का चयन करें। डीएसओ को निर्देश दिए गए कि वे क्षेत्रीय जनसंख्या के आधार पर खाद्य सामग्री की व्यवस्था पूरी रखें और दानदाताओं से पूर्व में संपर्क स्थापित करें।

बिजली, जल, स्वास्थ्य व सीवरेज व्यवस्था पर कलेक्टर सख्त
कलक्टर ने बिजली विभाग को निर्देशित किया कि जलभराव वाले स्थानों पर करंट की कोई आशंका न रहे और सभी पोल व उपकरणों का समय रहते सर्वे कराया जाए। पीएचईडी विभाग को निर्देशित किया गया कि जल गुणवत्ता की जांच नियमित रूप से हो और जलापूर्ति बाधित न हो। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को आवश्यक दवाओं का समुचित भंडारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। निगम और केडीए को वर्षा पूर्व सभी सीवरेज कार्य पूर्ण करने के सख्त निर्देश दिए गए। भवन सुरक्षा व विद्यालय परिसरों की समुचित निगरानी कलक्टर ने सभी विभागों से कहा कि वे अपने कार्यालयों की सेफ्टी ऑडिट करवाएं और यह सुनिश्चित करें कि कोई भी कार्मिक जर्जर भवन में न बैठें। शिक्षा एवं बाल विकास विभाग को निर्देश दिए गए कि विद्यालयों व आंगनबाड़ी केंद्रों की पूरी जांच कर यह सुनिश्चित करें कि बच्चे किसी भी असुरक्षित स्थान पर न जाएं। ‘वंदे गंगा पखवाड़ा’ के सफल आयोजन हेतु विभागों को निर्देश 5 से 20 जून तक मनाए जाने वाले ‘वंदे गंगा पखवाड़ा’ के तहत सभी विभाग व उपखंड अधिकारी जल स्रोतों की सफाई, जल संरक्षण और जागरूकता गतिविधियों की रूपरेखा तैयार करें। उन्होंने कार्यालय परिसरों की पानी की टंकियों की सफाई कर तिथि अंकित करना भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। दिव्यांगजनों को उपकरण उपलब्ध कराने के लिए सूची व शिविर सुनिश्चित करें कलक्टर ने उपखंड अधिकारियों को निर्देशित किया कि ग्राम सेवकों, आशा सहयोगिनियों एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से दिव्यांगजनों की सूची तैयार कर स्वास्थ्य केंद्रों पर शिविर आयोजित किए जाएं। शिविर की सूचना लाभार्थियों को समय पर मिले और उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो, यह सुनिश्चित किया जाए। चिकित्सा विभाग को ‘स्वावलंबन पोर्टल’ पर लंबित प्रमाण पत्र प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण करने के निर्देश दिए गए।

कंट्रोल रूम और विभागीय सतर्कता को लेकर निर्देश
सभी विभागों को निर्देशित किया गया कि वे अपने-अपने कंट्रोल रूम स्थापित करें और अधिकारी वहां की उपस्थिति एवं रिस्पॉन्स टाइम की समय-समय पर जांच करें। कंट्रोल रूम कार्यशील स्थिति में रहें और प्रत्येक कॉल पर शीघ्र प्रतिक्रिया हो। बाढ़ संभावित पर्यटन स्थलों पर चेतावनी संकेतक लगाए जाएं कलक्टर ने पुलिस विभाग को निर्देश दिए कि अतिवृष्टि व बाढ़ की स्थिति में गेपरनाथ व भितरियाँ कुंड जैसे संवेदनशील पर्यटन स्थलों पर चेतावनी संकेतक अनिवार्य रूप से लगाए जाएं और अतिवृष्टि एवं जलस्तर बढ़ने पर पर्यटकों को वहां से दूर रखने के लिए समझाइश दी जाए। उन्होंने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से इन स्थानों पर विशेष सतर्कता बरती जाए। बैराज, डाउनस्ट्रीम और जल संरचनाओं की निगरानी पर विशेष कलक्टर ने सार्वजनिक निर्माण विभाग और जल संसाधन विभाग को निर्देश दिए कि रपटों की स्थिति का पुनः सर्वे किया जाए और संकेतक लगाए जाएं। साथ ही बैराज और डाउनस्ट्रीम की निगरानी मजबूत की जाए ताकि किसी भी आकस्मिक परिस्थिति से बचा जा सके। उन्होंने कहा विभाग तालाब, बांध व नहरों की सेफ्टी ऑडिट कर आवश्यक कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। नाव संचालन, हॉस्टल निरीक्षण व अवैध लाइब्रेरी पर सख्ती कलक्टर ने निर्देश दिए कि जल स्रोतों में जल स्तर बढ़ने पर दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है ऐसे में यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी नाव में क्षमता से अधिक व्यक्ति सवार न हों। साथ ही सभी हॉस्टल, कोचिंग आदि का निरीक्षण कर यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी बेसमेंट में अवैध लाइब्रेरी संचालित न हो। अवैध मादक पदार्थों के विरुद्ध सख्त अभियान के निर्देश कलक्टर ने पुलिस विभाग को निर्देश दिए कि नशीले पदार्थ, ड्रग्स व अन्य अवैध मादक पदार्थों के विरुद्ध विशेष अभियान चलाया जाए ताकि समाज को इस खतरे से मुक्त रखा जा सके। जनसुनवाई प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण आवश्यक कलक्टर ने संपर्क पोर्टल व जनसुनवाई के लंबित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए कहा कि 30 व 60 दिन से अधिक समय से लंबित प्रकरणों वाले विभाग शुक्रवार को व्यक्तिगत रूप से सभी परिवादों का विवरण लेकर उपस्थित हों। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रत्येक प्रकरण का शीघ्र समाधान हो और परिवादी विभागीय कार्यवाही से संतुष्ट हो। बैठक में प्रशिक्षु आईएएस आराधना चौहान, अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) मुकेश चौधरी, अतिरिक्त जिला कलक्टर (सीलिंग) कृष्णा शुक्ला सहित समस्त जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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