असम के मुख्यमंत्री के ट्वीट ने प्रधानमंत्री मोदी के झूठ का पर्दाफाश किया: भाकपा-माले
भाकपा-माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने रविवार को कहा कि देश में लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का “झूठ” पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के बारे में असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा के ट्वीट के बाद “उजागर” हो गया। भट्टाचार्य ‘इंसाफ मंच’ के राज्य सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। यह संगठनअल्पसंख्यकों, दलितों और महिलाओं के लिए न्याय की मांग को लेकर उनकी पार्टी के साथ मिलकर काम करता है। उन्होंने प्रधानमंत्री की हालिया अमेरिका यात्रा के दौरान एक पत्रकार को दिए गए मोदी के जवाब का जिक्र किया, जिसमें उनसे पूछा गया था कि क्या भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शासन में भारत में लोकतंत्र और संविधान खतरे में है।
भट्टाचार्य ने कहा, प्रधानमंत्री ने जवाब दिया कि ऐसा नहीं है और लोकतंत्र हमारी रगों में बहता है तथा देश में किसी से भी भेदभाव का सवाल ही नहीं उठता।उनका झूठ दो दिन बाद बराक ओबामा के बारे में असम के मुख्यमंत्री तथा मोदी की पार्टी के सदस्य के ट्वीट से उजागर हो गया।” दरअसल, सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में पूछा गया था कि भारत में अल्पसंख्यकों के हालात के बारे में ओबामा के बयान को लेकर क्या असम पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने जाएगी। शर्मा ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए शुक्रवार को दावा किया था कि “भारत में कई हुसैन ओबामा” हैं और उनसे निपटना उनकी प्राथमिकता होगा। भट्टाचार्य ने कहा, “आज देश की नींव पर हमला हो रहा है और संविधान को कुचला जा रहा है। आरएसएस-भाजपा का गठजोड़ खुले तौर पर हिंदू राष्ट्र का राग अलाप रहा है।” उन्होंने दावा किया कि सांप्रदायिक उन्माद और अशांति अपवाद नहीं, बल्कि नियम बन गए हैं। भट्टाचार्य ने कहा, “ऐसा लगता है कि देश में आतंक का राज कायम हो गया है। लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए व्यापक एकता समय की मांग है।” उल्लेखनीय है कि ओबामा ने बृहस्पतिवार को सीएनएन को दिए साक्षात्कार मेंकथित तौर पर कहा था कि अगर भारत ‘जातीय अल्पसंख्यकों’ के अधिकारों की रक्षा नहीं करता तो इस बात की प्रबल आशंका है कि एक समय आएगा जब देश बिखरने लगेगा।