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केंद्रीय प्रभारी ने ली आकांक्षी ब्लॉक व जिले की परियोजनाओं पर बैठक

केंद्रीय प्रभारी ने ली आकांक्षी ब्लॉक व जिले की परियोजनाओं पर बैठक

  • संपूर्णता अभियान के चिन्हित संकेतकों की बिंदुवार समीक्षा
  • आपसी समन्वय स्थापित कर संयुक्त प्रयास करें अधिकारी

बारां। आकांक्षी जिला कार्यक्रम के केन्द्रीय प्रभारी राजीव सिंह ठाकुर, अति० सचिव, उद्योग संवर्धन एवं आंतरिक व्यापार मंत्रालय भारत सरकार, ने सोमवार को मिनी सचिवालय, बारां के सभागार में आकांक्षी जिला व ब्लॉक कार्यक्रम तथा ‘सम्पूर्णता अभियान’ के संबंध में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग, कृषि विभाग, शिक्षा विभाग, पीएचईडी, पशुपालन, ग्रामीण विकास विभाग, पंचायती राज, दूरसंचार, जल संसाधन, समाज कल्याण विभाग आदि से संबंधित संकेतकों के विषय में संबंधित विभाग से विस्तारपूर्वक समीक्षा की। सभी संबंधित विभाग को समय पर अपने-अपने विभाग से संबंधित ऑनलाइन पोर्टल पर डाटा प्रविष्टि करने के निर्देश दिए गए। साथ ही संपूर्णता अभियान से संबंधित 6 सूचकांकों पर भी चर्चा की गई।

चिन्हित 6 संकेतकों में परिपूर्णता हासिल करना उद्देश्य
ठाकूर ने कहा कि नीति आयोग द्वारा 4 जुलाई से 30 सितंबर 2024 तक 3 महीने का ‘संपूर्णता अभियान’ चलाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य देश भर के आकांक्षी जिलों में 6 प्रमुख संकेतकों और आकांक्षी ब्लॉकों में 6 प्रमुख संकेतकों की परिपूर्णता अर्जित करने के लिए निरंतर प्रयास किया जा रहा है। संपूर्णता अभियान का उद्देश्य आकांक्षी जिला कार्यक्रम और आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के तहत 112 आकांक्षी जिलों और 500 आकांक्षी ब्लॉकों में चिन्हित 6 संकेतकों में से प्रत्येक में परिपूर्णता हासिल करना है। उन्होंने बारां जिले व किशनगंज ब्लॉक में सम्पूर्णता अभियान के तहत हुई प्रगति पर संतोष व्यक्त किया।
उन्होंने कहा की नीति आयोग समस्त विभागों के साथ मिलकर इन जिलों और ब्लॉकों के प्रभावी और तेज़ विकास को सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम कर रहा है। यह सहयोग बेहतर नियोजन और कार्यान्वयन, क्षमता निर्माण और बेहतर तथा सतत सेवा वितरण के लिए प्रणालियां स्थापित करने पर केंद्रित है।

आपसी समन्वय स्थापित कर संयुक्त प्रयास करे अधिकारी
उन्होंने संबंधित अधिकारियों से जल्द से जल्द अभियान के अंतर्गत चिन्हित लक्ष्यों को प्राप्त कर शत प्रतिशत सैचुरेशन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को जिले के सभी विकास कार्यों की प्रगति सुनिश्चित करने के लिए निरंतर निरीक्षण करने के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने चिन्हित लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए आपसी समन्वय स्थापित कर सम्मिलित रूप से संयुक्त प्रयास करने को भी कहा।

बैठक में जिला कलक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर ने संपूर्णता अभियान के तहत चिन्ह्ति संकेतकों की प्रगति के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि अभियान की गति बनाए रखने और निरंतर भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए नियमित रूप से लोक संपर्क गतिविधियाँ आयोजित की गयी। इस प्रयास को सफल बनाने तथा जमीनी स्तर पर ठोस प्रभाव डालने के लिए जिले/ब्लॉक में छह संकेतकों को पूर्ण करने के लिए 3 महीने की कार्य योजना विकसित की गयी। प्रत्येक माह परिपूर्णता पर हुई प्रगति को नियमित रूप से ट्रैक किया गया तथा विभिन्न स्तरों पर जागरूकता और व्यवहार परिवर्तन अभियान भी चलाये गए।

आकांक्षी जिले और ब्लॉक कार्यक्रम के बारे में
देश के अपेक्षाकृत पिछड़े और दूरदराज के क्षेत्रों के तेजी से विकास को सुनिश्चित करने के लिए 112 जिलों को कवर करने वाले आकांक्षी जिला कार्यक्रम (एडीपी) को वर्ष 2018 में लॉन्च किया गया था। एडीपी ने अपने नागरिकों के जीवन को उन्नत बनाने वाले प्रमुख संकेतकों को बेहतर बनाने पर एक मापनीय और ठोस प्रभाव डाला है। आकांक्षी जिला कार्यक्रम (एडीपी) की सफलता के आधार पर, आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम (एबीपी) को 2023 में प्रधानमंत्री द्वारा लॉन्च किया गया और इसका उद्देश्य देश भर के 500 ब्लॉकों में स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, पेयजल और स्वच्छता, कृषि, जल संसाधन, वित्तीय समावेशन और अवसंरचना जैसे कई क्षेत्रों में आवश्यक सरकारी सेवाओं की परिपूर्णता अर्जित करना है।
बैठक में जिला परिषद सीईओ रामावतार गुर्जर, शाहाबाद एसडीएम मुकेश मीणा, पीडब्ल्यूडी एसई डी.आर क्षत्रिय, पीएचईडी एसई आलोक गुप्ता, जेवीवीएनएन एसई एनएम बिलोटिया, संयुक्त निदेशक कृषि अतीश कुमार, नीति कार्यक्रम अतिरिक्त प्रभारी उप निदेशक मनीष शर्मा, सीएमएचओ सम्पतराज नागर, जिला शिक्षा अधिकारी पीयूष शर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

नीति आयोग की विभिन्न परियोजनाओं का किया निरीक्षण
बैठक के बाद ठाकूर ने बारां ब्लॉक के नियाना पहंुचकर ई-लर्निंग परियोजना, शाहाबाद के मामोनी में आंगनवाडी परियोजना, कलोनी (शाहाबाद) में कृषि आधारित माइक्रो इरीगेशन-फार्म पोण्ड, स्प्रींक्लर व सोलर परियोजना, बैठा (शाहाबाद) में पशुपालन आधारित सहरिया सशक्तिकरण के लिए बकरी पालन परियोजना, आवासीय बालिका विद्यालय शाहाबाद में पोषित लाड़ों अभियान के तहत मिलने वाले पोषाहार, एमटीसी शाहाबाद व पीएचसी देवरी ब्लॉक शाहाबाद में पोषण और स्वास्थ्य से संबंधित व्यवस्था, पजनटोरी शाहाबाद में जल संसाधन थीम आधारित वाटरशेड़ साइट का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

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