आॅडिट आक्षेपों का तत्परता से निस्तारण करवाएं : मुख्य कार्यकारी अधिकारी
झालावाड़। स्थानीय निधि अंकेक्षण विभाग की जिला स्तरीय समिति झालावाड़ की वित्तीय वर्ष 2024-25 की तृतीय त्रैमासिक बैठक शुक्रवार को जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शम्भूदयाल मीणा की अध्यक्षता में मिनी सचिवालय के सभागार में आयोजित की गई।
बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने उपस्थित संबंधित संस्थाओं के अधिकारियों एवं लेखाधिकारियों से कहा कि सभी संस्थाओं एवं विभागों में लम्बित चल रहे आॅडिट आक्षेपों का तत्परता के साथ निस्तारण करवाएं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में किसी भी राजकीय कार्मिक से वसूली का प्रकरण लम्बित चल रहा है उनसे शीघ्र वसूली की जाए। साथ ही जो नए आक्षेप हैं उन्हें प्राथमिकता देकर उनका निस्तारण करवाना सुनिश्चित करें। इस दौरान सभी अधिकारियों को अंकेक्षण शुल्क शीघ्र जमा करवाने के निर्देश भी दिए।
इस दौरान स्थानीय निधि अंकेक्षण विभाग क्षेत्रीय कार्यालय कोटा की अतिरिक्त निदेशक डाॅ. विधि शर्मा ने पंचायत समितियों, नगरीय निकायों एवं कृषि मण्डियों में लम्बित चल रहे सामान्य आक्षेपों, अ व ब श्रेणी के आक्षेपों, 50000 रुपए से अधिक व कम वाले प्रकरणों, बकाया अंकेक्षण शुल्क, बकाया प्रथम अनुपालना की जानकारी दी। उन्होंने नगरीय निकायों के अधिकारियों को बकाया प्रथम अनुपालना रिपोर्ट आगामी 30 नवम्बर तक भिजवाने के निर्देश दिए।
बैठक में कार्यवाहक कोषाधिकारी ओमप्रकाश शर्मा, नगर पालिका झालरापाटन के अधिशासी अधिकारी हेमेन्द्र कुमार, नगर पालिका भवानीमण्डी के अधिशासी अधिकारी मनीष मीणा सहित विभिन्न कृषि मण्डियों के सचिव एवं पंचायत समितियों के लेखाधिकारी उपस्थित रहे।