
ऑडिट आक्षेपों का तत्परता से निस्तारण करवाएं : जिला कलक्टर
झालावाड़। स्थानीय निधि अंकेक्षण विभाग की जिला स्तरीय समिति झालावाड़ की वित्तीय वर्ष 2024-25 की चतुर्थ त्रैमासिक बैठक मंगलवार को जिला कलक्टर अजय सिंह राठौड़ की अध्यक्षता में मिनी सचिवालय के सभागार में आयोजित की गई।
बैठक में जिला कलक्टर ने उपस्थित संबंधित विभागों के अधिकारियों एवं लेखाधिकारियों से कहा कि ग्राम पंचायतों, पंचायत समितियों एवं नगर निकायो में लम्बित चल रहे ऑडिट आक्षेपों का तत्परता के साथ निस्तारण करवाएं। उन्होंने कहा कि पंचायत समिति स्तर के लम्बित ऑडिट आक्षेपों सहित विभिन्न संस्थाओं में लम्बित सामान्य आक्षेपों को प्राथमिकता से निस्तारित करवाएं।
जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि जिन ग्राम पंचायतों में नए आक्षेपों का समय पर निस्तारण नहीं किया जा रहा है उनमें नए कार्य नहीं दिए जाएं साथ ही पूर्व के कार्यों का भुगतान भी नहीं किया जाए। उन्होंने कहा कि जिन प्रकरणों में वसूली हो गई है उन्हें ड्रॉप करवाना सुनिश्चित करें। जिला कलक्टर ने कहा कि जिन प्रकरणों में एफआईआर की आवश्यकता है उनमें संबंधित के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करवाएं।
बैठक में जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शम्भूदयाल मीणा ने पंचायत समिति वार आक्षेपों की समीक्षा करते हुए लेखाधिकारियों को वर्तमान एवं आगामी बैठक के मध्य की तुलनात्मक प्रगति रिपोर्ट आगामी बैठक में लेकर आने के निर्देश दिए।
इस दौरान स्थानीय निधि अंकेक्षण विभाग क्षेत्रीय कार्यालय कोटा की अतिरिक्त निदेशक रामधन रेगर ने पंचायत समितियों, नगरीय निकायों एवं कृषि मण्डियों में लम्बित चल रहे सामान्य आक्षेपों, अ व ब श्रेणी के आक्षेपों, 50 हजार रुपए से अधिक व कम वाले प्रकरणों, बकाया अंकेक्षण शुल्क, बकाया प्रथम अनुपालना की जानकारी दी। बैठक में पंचायत समितियों के लेखाधिकारी सहित कृषि मण्डियों के सचिव उपस्थित रहे।