
कीटनाशक से पति-पत्नि की तबियत बिगड़ी, उपचार के दौरान हुई मौत
बहरोड़। फसल में दवाई छिड़काव के बाद घर में सो रहे पति-पत्नि की तबीयत बिगड़ गई। उपचार के दौरान दोनों की मौत हो गई। दंपती को पहले नीमराना के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां से उन्हें जयपुर रेफर कर दिया। जहां एक निजी अस्पताल में दोनों ने दम तोड़ दिया। मांढण थानाधिकारी हनुमान सहाय ने बताया कि बीरनवास गांव निवासी ब्रह्मानंद यादव ने रिपोर्ट दर्ज करवाई कि उसका बेटा विकास (40) और पुत्रवधू उर्मिला (35) दोनों 17 जुलाई को कपास के खेत में कीटनाशक दवाई का छिड़काव करने के लिए गए थे। शाम को वापिस घर लौट आए। रात को 10 बजे दोनों खाना खाकर सो गए। देर रात को दोनों की तबीयत खराब हो गई। जिन्हें नीमराना के निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। दोनों की हालात अत्यधिक खराब होती चली गई। जिससे गंभीर हालत में नीमराना से जयपुर रेफर कर दिया गया। परिजन दोनों को जयपुर के निम्स अस्पताल में लेकर पहुंचे। जहां दूसरे दिन बुधवार करीब 11 बजे विवाहिता उर्मिला और विकास ने दम तोड़ दिया। दोनों के शव गुरुवार को मांढ़ण सीएचसी पहुंचे। जहां पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सुपुर्द कर दिया। विकास और उर्मिला की शादी वर्ष 2005 में हुई थी। मृतक दंपती के एक बेटा और एक बेटी है। बेटा रोहित 11वीं कक्षा में पढ़ता है। जबकि बेटी नेहा 9वीं क्लास में पढ़ाई करती है। मृतक अधिकांशतः गांव पटौदी हरियाणा में अपनी बहन के पास परिवार सहित रहता था।