एसटीपीआई इनक्यूबेशन सुविधा जयपुर का उद्घाटन
राजस्थान को आईटी हब बनाने के लिए केन्द्र सरकार प्रयासरत:अश्विनी वैष्णव
जयपुर . राजस्थान को INDIA का प्रथम आई टी हब बनाने के लिए केन्द्र सरकार प्रयासरत है लेकिन हम इस पायदान तक तभी पहुंच सकते है जब राज्य सरकार भी इसमें सहयोग करे । राज्य में आईटी / आईटीईएस उद्योग एवं उद्यमिता की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया (एसटीपीआई) द्वारा जयपुर के सीतापुरा औद्योगिक क्षेत्र में एक 20000 वर्ग फुट क्षेत्रफल की एक इनक्यूबेशन फैसिलिटी स्थापित की गयी है।
इस इकाई का उदघाटन केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने आज किया । उदघाटन समारोह को संबोधित करते हुए केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने कहा की देश मे पिछले 9 सालों मे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्टार्ट अप संस्कृति को बढावा देने मे जो अविश्वनीय काम किया है उसी की बदोलत स्टार्ट अप्स की संख्या पिछले 9 सालों में बढ़कर 90000 हो गयी है ।
उन्होने कहा की राजस्थान के युवाओं के जोश व दक्षता को नई दिशा देने के लिए जयपुर मे सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया (,सटीपीआई) केन्द्र की स्थापना उपयोगी साबित होगी । उन्होने कहा की राजस्थान को इलेक्ट्रॉनिक्स विर्निमाण हब बनाने मे सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया (सटीपीआई) मदद करेगा।
एसटीपीआई के बारे में केन्द्रीय मंत्री नेे कहा कि एसटीपीआई जयपुर राजस्थान राज्य में आईटी ध् आईटीईएस उद्योग की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए स्थापित किया गया है। एसटीपीआई-जयपुर इनक्यूबेशन, वैधानिक, डेटा-कॉम, को-लोकेशन सर्विसेज, पीएमसी और अन्य वैल्यू एडेड सर्विसेज जैसी सेवाएं प्रदान कर रहा है। इस अवसर पर जयपुर के सांसद रामचरण बोहरा, जयपुर गा्रमीण सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ , जयपुर ग्रेटर नगर निगम की महापौर डॉ0 सौम्या गुर्जर तथा सागांनेर के विधायक अषोक लाहोटी एवं एसटीपीआई के डायरेक्टर जनरल अरविन्द कुमार उपस्थित रहे। सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया (एसटीपीआई) को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ;डमपजल्द्धए भारत सरकार द्वारा एक विशिष्ट उद्देश्य सॉफ्टवेयर निर्यात को प्रोत्साहित करने एवं वृद्धि करने के लिए सन 1991 में स्थापित किया गया। एसटीपीआई का मुख्यालय नई दिल्ली है एवं इसके 63 केंद्र देश भर में फैले हुए हैं।