गाजा पट्टी पर इजराइल के हवाई हमले, इस्लामिक जिहाद के टॉप कमांडरों समेत 12 की मौत
गाजा पट्टी में इजराइल के हवाई हमले में 12 लोगों की मौत हो गई। वहीं 20 लोग घायल हुए हैं। हमास के नियंत्रण वाली हेल्थ मिनिस्ट्री ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी। रिपोर्ट्स के मुताबिक मरने वालों में फिलिस्तीन इस्लामिक जिहादी मूवमेंट के टॉप 3 कमांडर और उनके परिवार के लोग शामिल हैं। इजराइली सेना ने भी इस ऑपरेशन की पुष्टि की है। एक बयान जारी कर कहा गया है कि हमले के दौरान फिलिस्तीन के इस्लामिक जिहादियों को टारगेट पर रखा था। हमला सोमवार सुबह 2 बजे के आसपास हुआ।
40 एयरक्राफ्ट से 3 जगहों पर की स्ट्राइक
टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक सोमवार को गाजा पट्टी में हुआ हमला सरप्राइज अटैक था। इसमें फाइटर जेट समेत 40 एयरक्राफ्ट शामिल थे। जिन्हें कुछ ही सेकेंड में तीन जगहों पर हमले करने थे। एडमिरल डेनियल हगारी ने बताया कि इजराइल की डिफेंस फोर्सेस ने शुरूआती हमलों में ही अपना मकसद पूरा कर लिया था। इस कैंपेन को ऑपरेशन 'शील्ड एंड एरो' नाम दिया गया था। फोर्सेस का मकसद सिर्फ टारगेट हिट करना नहीं बल्कि सुरक्षित वापस लौटना भी था। अटैक से पहले इलाके के 40 किलोमीटर के एरिया में रहने वाले इजराइलियों को बॉम्ब शेल्टर में भेज दिया गया था।
टॉप कमांडरों की पत्नियां और बच्चे भी मरे
अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक मरने वाले 12 लोगों में से 3 टॉप कमांडरों की पत्नी और बच्चे थे। वहीं एक 58 साल का शख्स भी शामिल है, जो 11 बच्चों का पिता था। इजराइल की इस कार्रवाई पर जिहादी संगठन ने बदला लेने की बात कही है। संगठन ने एक बयान जारी कहा- इजराइल को इस हमले की कीमत चुकानी पड़ेगी। धमाके का बदला धमाके से और अटैक का बदला अटैक से लिया जाएगा। सोमवार को गाजा पट्टी में हुआ ऑपरेशन इजराइल की जवाबी कार्रवाई थी। दरअसल, पिछले हफ्ते एक फिलिस्तीन ने भूख हड़ताल कर इजराइल की जेल में दम तोड़ दिया था। जिसके बाद फिलिस्तीन की तरफ से इजराइल के बॉर्डर वाले इलाके में कई रॉकेट दागे थे।
क्या है फिलिस्तीन का इस्लामिक जिहाद संगठन?
फिलिस्तीन इस्लामिक जिहाद संगठन को 1981 में बनाया गया था। इसकी शुरुआत मिस्त्र में पढ़ने वाले फिलिस्तीनी लड़कों ने की थी। ये वेस्ट बैंक, गाजा और इजराइल के कब्जे वाले इलाकों में फिलिस्तीन का कब्जा चाहता है। इजराइल इस संगठन को ईरान का साथी बताता है। जो इजराइल को तबाह कर देना चाहते हैं। इस्लामिक जिहाद संगठन फिलिस्तीन को आजादी दिलाने वाले दूसरे बड़े संगठनों की तुलना में छोटा है। इसे ईरान से फंडिंग मिलती है।