घुमन्तु समुदाय को मिला पुनर्वास और सामाजिक उत्थान का संबल
कोटा। राज्य सरकार द्वारा घुमन्तु समुदाय (विमुक्त, घुमन्तु एवं अर्द्धघुमन्तु) के पुनर्वास और सामाजिक उत्थान के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। इसके तहत मंगलवार को सुल्तानपुर पंचायत समिति परिसर में आयोजित शिविर में 44 व्यक्तियों को घुमन्तु समुदाय पहचान पत्र जारी करने के लिए चिन्हित किया गया, जिनमें से 29 व्यक्तियों को शिविर के दौरान ही पहचान पत्र प्रदान किए गए।
संयुक्त निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की सविता कृष्णिया ने बताया कि शिविर में 15 व्यक्तियों को आधार कार्ड, 8 व्यक्तियों को जनाधार कार्ड, 4 व्यक्तियों को वृद्धावस्था पेंशन तथा 17 व्यक्तियों को निःशुल्क दवाई वितरण किट उपलब्ध कराई गई। शेष आवेदनों की जांच प्रक्रियाधीन है।
शिविर में प्रधान प्रतिनिधि गोनू सनाढ्य, उपखंड अधिकारी दीपक महावर, तहसीलदार प्रीतम कुमारी मीना, विकास अधिकारी भानु मोली मौर्य, सामाजिक सुरक्षा अधिकारी काना राम चौधरी, पंचायत समिति सदस्य हेमंत शर्मा तथा ग्राम पंचायतों के सरपंच, पटवारी, ग्राम विकास अधिकारी, बूथ लेवल ऑफिसर एवं अन्य कार्मिक उपस्थित रहे।
आगामी शिविरों की तिथियां
उन्होंने बताया कि आगामी शिविर 10 दिसंबर को पंचायत समिति सांगोद, 12 दिसंबर को पंचायत समिति खैराबाद तथा 13 दिसंबर को पंचायत समिति इटावा में आयोजित किए जाएंगे। इन शिविरों में घुमन्तु समुदाय की बावरी, कंजर, सांसी, बागरी, मोगिया, नट, भाट, जोगी समेत 32 जातियों के व्यक्तियों को योजनाओं का लाभ प्रदान किया जाएगा।