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मणिपुर में पुलिस कमांडो के सिर में गोली लगी, मौत

मणिपुर में पुलिस कमांडो के सिर में गोली लगी, मौत

बिष्णुपुर बॉर्डर पर फायरिंग, हाईकोर्ट का इंटरनेट से बैन आंशिक रूप से हटाने का आदेश


इंफाल . मणिपुर में बीते 24 घंटें में हिंसा की अलग-अलग घटनाओं में पुलिस कमांडो समेत 4 लोगों की मौत हो गई। शुक्रवार शाम को बिष्णुपुर जिले के मोइरंग तुरेल में संदिग्ध उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान पुलिस कमांडो पुखरामबम रणबीर के सिर में गोली लग गई। अस्पताल ले जाने के दौरान रास्ते में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इसके अलावा शुक्रवार सुबह को ही बिष्णुपुर और चुराचांदपुर जिलों की सीमा पर बसे गांवों में कुकी और मैतेई गुट के लोगों ने एक-दूसरे पर फायरिंग की। इसमें 3 लोगों की मौत हो गई। इनमें एक नाबालिग लड़का भी शामिल था।

अधिकारियों के मुताबिक, पहाड़ी इलाकों से आई भीड़ ने घाटी में कुछ गांवों में आग लगाने की कोशिश की। सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक दिया। हालांकि, दूसरी जगहों पर दोनों समुदायों के लोगों के बीच फायरिंग चलती रही। इन इलाकों में सुरक्षाबलों की मौजूदगी बढ़ा दी गई है।

लीज लाइन और फाइबर ऑप्टिक कनेक्शन वाले कंज्यूमर्स के लिए इंटरनेट शुरू
मणिपुर हाईकोर्ट ने राज्य की सरकार को उन लोगों के लिए इंटरनेट एक्सेस की अनुमति देने का आदेश दिया है जिनके पास लीज लाइनें और फाइबर ऑप्टिक कनेक्शन हैं।
जुलाई में अब तक हिंसा से 10 लोगों की मौत
मणिपुर हिंसा में जुलाई महीने में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। शुक्रवार को हुईं 4 मौतों से पहले गुरुवार को एक महिला की हत्या कर दी गई थी। उन्हें इंफाल वेस्ट जिले में एक स्कूल के बाहर गोली मारी गई थी। इसके बाद राज्य में इंटरनेट बैन 10 जुलाई तक बढ़ा दिया गया था।

4 जुलाई को एक थोउबल जिले में भीड़ ने भारतीय रिजर्व बटालियन के कैंप पर हमला कर हथियार चुराने की कोशिश की थी। इस दौरान भीड़ और सुरक्षाबलों के बीच झड़प हो गई। इस दौरान 27 साल के एक शख्स की मौत हो गई।

2 जुलाई को बिष्णुपुर-चुराचांदपुर सीमा पर दोनों समुदाय के लोग भिड़ गए थे। इसमें तीन लोगों की गोली लगने से जान चली गई। वहीं एक शख्स का सिर काट दिया गया था।
मणिपुर पर अमेरिका बोला-भारत ने मदद मांगी तो हम तैयार
अमेरिका ने भी गुरुवार को मणिपुर में जारी हिंसा पर चिंता जाहिर की। भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा है कि अगर भारत मदद मांगता है तो हम उसके लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा- हम जानते हैं कि ये भारत का आंतरिक मसला है, हम जल्द से जल्द शांति की उम्मीद करते हैं। वहां के हालातों पर हमें कोई रणनीतिक चिंता नहीं है, हमें लोगों की चिंता है। 

 

 

 

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