राष्ट्रपति का देश के नाम संबोधन आज
77वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर मुर्मू देंगी संदेश, शाम 7 बजे से प्रसारण
नई दिल्ली . 77वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज शाम 7 बजे देश को संबोधित करेंगी।
राष्ट्रपति भवन ने एक बयान में कहा कि यह संबोधन आकाशवाणी के पूरे राष्ट्रीय नेटवर्क पर प्रसारित किया जाएगा और दूरदर्शन के सभी चैनलों पर हिंदी में और उसके बाद अंग्रेजी संस्करण में प्रसारित किया जाएगा।
दूरदर्शन पर हिंदी और अंग्रेजी में संबोधन के प्रसारण के बाद दूरदर्शन के क्षेत्रीय चैनल भाषण का क्षेत्रीय भाषाओं में प्रसारण किया जाएगा। आकाशवाणी अपने संबंधित क्षेत्रीय नेटवर्क पर रात 9:30 बजे क्षेत्रीय भाषा संस्करण प्रसारित करेगा।
जब दुनिया कोरोना से जूझ रही थी, तब भारत ने खुद को संभाला; अब तेजी से बढ़ती इकोनॉमी
76वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने संबोधन में कहा था कि कोरोना के दौर में जब पूरी दुनिया संकट से जूझ रही थी, तब भारत ने खुद को संभाला। अब भारत दुनिया की सबसे तेज बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है।
राष्ट्रपति ने कहा- हमने देश में बनी वैक्सीन के साथ मानव इतिहास का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू किया। पिछले महीने हमने दो सौ करोड़ वैक्सीन कवरेज का आंकड़ा पार कर लिया है। महामारी का सामना करने में हमारी उपलब्धियां दुनिया के विकसित देशों से बेहतर रही हैं।
भारत में शुरू से ही महिलाओं को वोटिंग राइट मिला
राष्ट्रपति ने कहा कि अधिकांश लोकतांत्रिक देशों में महिलाओं को वोटिंग राइट्स हासिल करने के लिए लंबे समय तक संघर्ष करना पड़ा था, जबकि भारत ने गणतंत्र की शुरुआत से ही सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार को अपनाया। इससे शुरुआत से ही महिलाओं को वोट देने का अधिकार मिला। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भोपाल में कहा, 'आज 140 करोड़ देशवासियों का मेरा परिवार है। सभी भाषाएं और बोलियां मेरी अपनी हैं। हमारी परंपरा में 'यत्र विश्वम् भत्येकनीडम्' (जहां सारा विश्व चिड़ियों का एक घोंसला बनके रहे ) की भावना प्राचीनकाल से है। राष्ट्रप्रेम और विश्व बंधुत्व के आदर्श का संगम हमारे देश में दिखाई देता रहता है।