जनता सरकार रिपीट चाहती है पर 2018 नहीं......
JAIPUR . CM अशोक गहलोत की अगुवाई में कांग्रेस सरकार सामाजिक सुरक्षा, रोजगार, चिकित्सा स्वास्थ, महिला सशक्तिकरण शिक्षा औद्योगिक विकास के क्षेत्र में अनुकरणीय काम कर रही है इसी का परिणाम है कि चुनाव के 6 माह पूर्व सरकार के रिपीट होने की बात चल रही है जबकि चुनाव के 1 वर्ष पूर्व सरकारों के कामकाज को लेकर आम आदमी के मन में नाराजगी दिखने लग जाती थी। हाल ही चल रहे महंगाई राहत कैंप में जिस तरह से आम आदमी उत्साहित होकर जुड़ रहा है तथा तथा 100यूनिट मुफ्त बिजली, किसानों को 2000 यूनिट प्रतिमाह मुफ्त बिजली, ₹500 में सिलेंडर चिरंजीवी योजना में 25 लाख का बीमा, 10 लाख का दुर्घटना बीमा 40000 का पशु बीमा, राशन सामग्री सहित अन्य 10 योजनाओं का सीधा लाभ उठा रहे हैं, योजनाओं की लाभान्वित को गारंटी कार्ड दिए जा रहे हैं अब तक सवा करोड़ से ज्यादा परिवार एक माह में लाभान्वित हो चुके हैं। विभिन्न सर्वे मीडिया रिपोर्ट ने माना जा रहा है कि सरकार रिपीट हो रही है लेकिन आम आदमी सरकार तो रिपीट करना चाहता है परंतु 2018 की स्थिति रिपीट नहीं करना चाहता।
जैसा की विधित है कि 2018 कांग्रेस पार्टी सत्तारूढ़ हो गई थी लेकिन तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री पद के लिए बहुत जिद की तथा डिप्टी सीएम बनने के बाद 2 साल तक सरकार मैं गुटबाजी की बाद में वे अपने 18 समर्थकों के साथ भाजपा खेमे में मानेसर चले गए अपनी योजना पिटने पर कांग्रेस में तो लौटे पर आज तक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का सरदर्द बने हुए हैं।
आम आदमी महसूस करता है कि अपने तीसरे कार्यकाल में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पूरी तरह आम जनता के प्रति समर्पित रहे कोरोना संक्रमण काल में जिस तरह आम आदमी के लिए अस्पताल दवा ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई उससे लाखों लोगों की जान भी बची। यदि गहलोत अपने तीसरे कार्यकाल में राजनीतिक उठापटक तथा अंदरूनी राजनीति से पीड़ित नहीं होते तो आम आदमी को बहुत सी राहत और मिल जाती । इसीलिए आम आदमी अब कह रहा है कि सरकार तो रिपीट हो जाए लेकिन 2018 के हालात रिपीट ना हो, डिप्टी सीएम रहे बागी नेता सचिन पायलट कांग्रेस छोड़ने की राह में है परंतु आलाकमान पायलट को पार्टी में रखना चाहता है ऐसे में फिर सरकार रिपीट होने पर 2018 की स्थिति बरकरार रहेगी जो आम जनता को मंजूर नहीं मंजूर नहीं।