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राजस्थान दुनिया के उद्यमियों का स्वागत कारण को आतुर - मुख्यमंत्री 

राजस्थान दुनिया के उद्यमियों का स्वागत कारण को आतुर - मुख्यमंत्री 

 
 
 
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 के पहले अंतरराष्ट्रीय इन्वेस्टर मीट का आयोजन, कार्यक्रम का आयोजन सियोल, दक्षिण कोरिया में किया गया
 
 मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल ने पॉस्को इंटरनेशनल, एसजी कॉरपोरेशन (SG Corporation), हनवा सॉल्यूशन, जीएस ईएंडसी (GS E&C) और जियोनबुक क्रिएटिव इकोनॉमी इनोवेशन सेंटर (जेसीसीईआई) के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ कई अन्य निवेशकों से मुलाकात की
 
 • पॉस्को इंटरनेशनल और एसजी कॉरपोरेशन ने राजस्थान की सड़कों को बेहतर बनाने के लिए प्रदेश में एक एस्फॉल्ट (asphalt) संयंत्र लगाने में रुचि दिखाई, अपने उत्पादों के जरिए राज्य में “बेहतर सड़कें” बनाने की पेशकश की।
 • राजस्थान में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल ने कोरियाई टूरिज्म एसोशिएशन के साथ विचार-विमर्श किया।


 
जयपुर। मुख्यमंत्री  भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 के पहले अंतरराष्ट्रीय इन्वेस्टर मीट में भाग लिया, जिसे दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में आयोजित किया गया। इस इन्वेस्टर मीट के जरिए मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने दक्षिण कोरिया के व्यापारिक समुदाय और निवेशकों को राजस्थान में निवेश हेतु आमंत्रित किया।

मुख्यमंत्री  ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि अगले 5 वर्षों के दौरान राज्य की अर्थव्यवस्था को मौजूदा 180 बिलियन अमेरिकी डॉलर से दोगुना करके 350 बिलियन अमेरिकी डॉलर करने के अपनी सरकार के एजेंडे को रेखांकित किया और निवेशकों को आश्वासन दिया कि _“राज्य में ‘व्यापार करने में आसानी’ हो, इसके लिए राज्य सरकार द्वारा प्रक्रियाओं और नीतियों में लगातार सुधार किया जा रहा है”।_

स्टार्टअप्स, इनोवेटर्स और दक्षिण कोरिया के व्यापारिक समुदाय के सदस्यों को राजस्थान में कारोबार करने के लिए आमंत्रित करते हुए, मुख्यमंत्री  ने कहा, _“राजस्थान सरकार दक्षिण कोरिया को केवल निवेश के स्रोत के रूप में नहीं देख रही है, बल्कि दक्षिण कोरिया के व्यापारिक समुदाय के साथ सभी क्षेत्रों में एक मजबूत और दीर्घकालिक साझेदारी बनाने की आकांक्षा रखती है। निवेशकों के अनुकूल माहौल बनाने के लिए किए जा रहे प्रयासों के तहत हमारी सरकार जल्द ही कई नई नीतियां लाने जा रही है, जो राज्य में व्यापार और कारोबार के माहौल को और बेहतर बनाएंगी। इनमें नई औद्योगिक नीति, निर्यात प्रोत्साहन नीति, एमएसएमई नीति और एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) नीति शामिल हैं।”

इन्वेस्टर मीट के अलावा, मुख्यमंत्री  ने सोमवार को यहां कई बड़ी दक्षिण कोरियाई कंपनियों और एसोसिएशन, जिनमें इंफ्रास्ट्रक्चर, केमिकल्स, स्टार्टअप्स और पर्यटन जैसे क्षेत्र शामिल हैं, के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भी मुलाकात की। इसमें पॉस्को इंटरनेशनल, एसजी कॉरपोरेशन (दक्षिण कोरिया की एक एस्फॉल्ट और कंक्रीट निर्माता कंपनी), जीएस ईएंडसी (दक्षिण कोरिया की एक अक्षय ऊर्जा और बैटरी स्टोरेज कंपनी), हनवा सॉल्यूशन (एक केमिकल कंपनी) और जियोनबुक क्रिएटिव इकोनॉमी इनोवेशन सेंटर (जेसीसीईआई) – जो स्टार्टअप्स के लिए इन्क्यूबेटर (incubator) का काम करती है - के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हुई बैठक शामिल है। इसके अलावा, इन्वेस्टर मीट के दौरान मौजूद कई निवेशकों ने भी राज्य में निवेश करने में रुचि दिखाई।

इनमें, पॉस्को इंटरनेशनल और एसजी कॉरपोरेशन के अधिकारियों ने संयुक्त रूप से मुख्यमंत्री से मुलाकात की और राजस्थान में एस्फॉल्ट यूनिट लगाने में रुचि दिखाई और अपने उत्पादों के जरिए राज्य में “बेहतर सड़कें” बनाने की पेशकश की। इस बैठक में प्रदेश में निवेश हेतु सब्सिडी, बुनियादी ढांचा सेवाओं, कच्चे माल की खरीद और अन्य आवश्यकताओं के संबंध में अपनी अपेक्षाएं भी उन्होंने सरकार से साझा कीं।

जेसीसीईआई के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में दोनों पक्षों द्वारा उद्यमिता (Entrepreneurship) के बारे में ज्ञान के आदान-प्रदान और स्टार्टअप्स को अपने व्यवसाय के विकास में मदद करने के अवसरों पर विचार किया गया।

इसके अलावा, राजस्थान के पर्यटन क्षेत्र की संभावनाओं को प्रदर्शित करने के लिए एक विशेष इन्वेस्टर रोड शो का भी यहां आज आयोजन किया गया, जिसमें प्रदेश में अवस्थित यूनेस्को की सूची में शामिल 9 वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स, राज्य के किले और महल, वन और वन्यजीव, मेले और त्यौहार, राजस्थान में होने वाली शादियाँ, और ‘पैलेस ऑन व्हील्स’ शामिल हैं। गौरतलब है कि ‘पैलेस ऑन व्हील्स’ एक हेरिटेज ट्रेन है जो अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को राजस्थान के बेहतरीन स्थलों की सैर कराती है और यह 7 दिनों में राज्य भ्रमण करने का सबसे अच्छा तरीका है।

पर्यटन के अवसरों को तलाशने के लिए हुइ इस रोडशो को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि संस्कृति और त्यौहारों के मामले में भारत और दक्षिण कोरिया, दोनों ही देशों बहुत समानता है।

_“राजस्थान के प्रतिनिधि के तौर पर भारत की ऐतिहासिक विरासत और संस्कृति वाले हमारे राज्य में निवेश के लिए मैं आप सबको आमंत्रित करता हूं। आज राजस्थान भारत में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और हमारा राज्य इंफ्रास्ट्रक्चर, कनेक्टिविटी और अन्य कई सुविधाओं से सुसज्जित है। हमारी सरकार आपके निवेश की यात्रा में हर कदम पर सहयोग करने के लिए तैयार है। साथ मिलकर, हम राजस्थान के लिए एक सुनहरा भविष्य बना सकते हैं और हमारे दोनों महान देशों के बीच की मित्रता को और मजबूत कर सकते हैं,” मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा ने दक्षिण कोरियाई पर्यटन क्षेत्र की फर्मों को राज्य में निवेश करने के लिए आमंत्रित करते हुए कहा।

इस मौके पर मौजूद दक्षिण कोरिया में भारत के राजदूत श्री अमित कुमार ने कहा, _“राजस्थान भारत में एक आशाजनक निवेश और व्यापार गंतव्य के रूप में उभर रहा है। कारोबार और व्यापार में विस्तार के लिए राज्य अनुकूल नीतियों और वातावरण बनाने में लगा हुआ है। मुझे पूरी उम्मीद है कि आगामी ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इनवेस्टमेंट समिट 2024 राज्य में नए व्यावसायिक उपक्रमों की खोज के लिए एक आदर्श मंच प्रदान करेगा।”

मुख्यमंत्री के साथ गए इस उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश के माननीय उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव  शिखर अग्रवाल, उद्योग और वाणिज्य विभाग के प्रमुख शासन सचिव अजिताभ शर्मा और राजस्थान सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं।

‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 एक नजर:
‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 का आयोजन इस साल 9, 10 और 11 दिसंबर को राजधानी जयपुर में होगा। इसका आयोजन राजस्थान सरकार के तत्वाधान में उद्योग एवं वाणिज्य विभाग, ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टमेंट प्रोमोशन (बीआईपी) और राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट एंड इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन (रीको) के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है, जिसका नोडल विभाग बीआईपी है। इस इन्वेस्टमेंट समिट के पहले इन्वेस्टर मीट, जो मुंबई में 30 अगस्त को आयोजित हुआ था, के दौरान राजस्थान सरकार ने विभिन्न कंपनियों के साथ 4.5 लाख करोड़ से अधिक के एमओयू (MoUs) साइन किया था।

इस त्रि-दिवसीय मेगा समिट का उद्देश्य देश-विदेश की बड़ी-छोटी कंपनियों, अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं और निवेशकों को राज्य में आ कर काम करने के लिए आमंत्रित करना, प्रदेश में विभिन्न तरह के उद्योग-धंधे लगाने में मदद करना और अनय सुविधाएँ मुहैय्या कराना है। इस ग्लोबल समिट के दौरान कृषि, अक्षय ऊर्जा, शिक्षा और कौशल, ऑटो और ईवी (इलेक्ट्रिक व्हीकल्स), इंफ्रास्ट्रक्चर, केमिकल और पेट्रो-केमिकल, पर्यटन, स्टार्टअप, खनन और ईएसडीएम/आईटी और आईटीईएस (ESDM/IT and ITeS) सहित विभिन्न क्षेत्रों पर विशेष सत्र का आयोजन होगा।

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