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गुरु व माता पिता की सेवा ही होती है सच्ची सेवा- संत श्रवणराम महाराज

गुरु व माता पिता की सेवा ही होती है सच्ची सेवा- संत श्रवणराम महाराज

 
भोपालगढ़। उपखंड क्षेत्र के गांव रजलानी स्थित सिद्ध बाबा शिवनाथ महाराज के धूणे पर साध्वी सुखिया बाई के सानिध्य में चल रहे चातुर्मास सत्संग कार्यक्रम में शुक्रवार को आसपास के गांवों के नर नारी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। युवा सामाजिक कार्यकर्ता सुनील पाड़ीवाल व मुकेश गोदारा ने बताया कि गुलाबसागर जोधपुर के रामस्नेही संत श्रवणराम महाराज ने धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि गुरु व माता पिता की सेवा ही सच्ची सेवा होती है। माता पिता का दायित्व होता है कि वह अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा व अच्छे संस्कार देने चाहिए। जब बच्चा 13 वर्ष का हो जाता है तो उसे गुरु का ज्ञान कराना चाहिए। दान, कर्म, उपासना व गरीबों की सेवा ही मनुष्य जगत का दायित्व होता है। ज्ञान केवल गुरु से ही मिल सकता है क्योंकि माता पिता बच्चे को अच्छी शिक्षा दिलाकर ज्ञान के लिए गुरु के पास भेजते हैं। शास्त्र पढ़ लेने से व ज्ञान के शब्द सीख लेने से इंसान विद्वान तो बन सकता है परंतु ज्ञानी नहीं बन सकता है। इस मौके पर रजलानी, नाड़सर, बारनी, दाड़मी, छापला, शिवनाथनगर, रामनगर, शिवनगर, ग्वालों की ढाणी सहित आसपास के गांवों के सैकड़ों नर नारी श्रद्धालु मौजूद रहे।
 
 
 

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