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सनातन संस्कृती में तीज त्योहार और पर्वों का विशेष महत्व

सनातन संस्कृती में तीज त्योहार और पर्वों का विशेष महत्व

सरवाड़. पूर्व विधायक शत्रुघ्न गौतम ने कहा कि सनातन संस्कृती में हमारे तीज त्योहार और पर्वों का विशेष महत्व है। गौतम बीती रात माली मोहल्ले में गरबा महोत्सव की शुरुआत करते हुए आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। गौतम ने कहा कि नवरात्र के नौ दिनों में माता के विविध स्वरूपों की पूजा की जाती रही है और जो माता के दरबार में एक बार नृत्य कर लेता है उसे किसी के आगे नृत्य करने की आवश्यकता नहीं रहती है। उन्होंने बताया कि ऐसे आयोजन हमारी मेल मिलाप और भाईचारे की संस्कृति को बढ़ावा देते हैं, इन आयोजनों के माध्यम से हमारे बीच परस्पर प्रेम और सद्भाव बढ़ता है। कार्यक्रम में प्यारेलाल खींची, नोरतमल माली, भागचंद चापा आदि अतिथि रहे। आयोजन समिति की ओर से पिंटू माली, कालूराम माली, हनुमान माली व भागचंद माली आदि ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। प्रारंभ में अतिथियों ने माता की तश्वीर के समक्ष दीप प्रज्जवलित किया। इस दौरान किशनलाल बैरवा, राजवीर भीचर, रामेश्वर गोस्वामी, मनोज शर्मा, प्रहलाद रेगर, अंगद शर्मा, गणेश माली सहित प्रमुख लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन कन्हैयालाल माली ने किया।

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