
सुमेरपुर : टूटी सड़क पर भरा बारिश का लबालब पानी,लोगों की मुसीबत बढ़ी
- सार्वजनिक विभाग की अनदेखी आमजन पर भारी:मुख्य सडक मोड पर गड्ढा और झाड़ियां बनी दुर्घटनाओं का अंदेशा
सुमेरपुर। निकटवर्ती गांव पोयणा सड़क पर बहुत एक गहरा गड्ढा हो गया है। जहां बड़ा गड्ढा बारिश के पानी से लबालब भर गया है। गांव पोयणा से जोयला जाते समय और शिवगंज से आते जोयला पोयणा मोड पर सड़क जलमग्न हो गया है जिससे राहगीरों को निकलने में काफी परेशानी हो रही हैं। एक तरफ मोड तो,दूसरी और दोनों किनारे सफाई का अभाव,टूटी सड़क पर भरा बारिश का पानी आमजन के लिए मुसीबत बना है। सबसे ज्यादा पैदल राहगीरों तथा मोटरसाइकिल चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इधर दोनों किनारे कचरे के ढेर, तो दूसरी तरफ झाड़ियां हादसों का खतरा बना है। यह गांव पोयणा व जोयला समेत कई गांवों को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग है,इस रास्ते से सैकड़ो की तादाद में वाहनों के साथ लोगों की आवाजाही होती है, फिर भी इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। राहगीरों की इस समस्या पर सार्वजनिक विभाग ने चुप्पी साध ली है। ठेकेदार और विभाग की यह लापरवाही कभी बड़े हादसे का रूप लेने की संभावना बनी हुई है।
पानी से भरा गड्ढा,झाड़ियां बनी हादसे का सबब- सड़क में गड्ढे नहीं बल्कि गड्ढों में सड़क है। यही कारण है कि इस मार्ग पर आए दिन हादसे होते रहते हैं। सबसे ज्यादा हादसे रात में गड्ढे दिखाई नहीं देने के कारण हो रहे हैं। इसके अलावा सड़क पर झाड़ियों की टहनियों की कटाई,सड़क की सफाई,गहरे गड्ढे हैं,जो हादसों का सबब बने हैं। उधर बारिश का पानी सड़क के इन गड्ढों में भर गया,जो यात्रियों के लिए मुसीबत का सबब बना है। सबसे ज्यादा परेशानी पैदल राहगीरों को हो रही है। पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी इस समस्या को लेकर अनजान होकर गहरी नींद में सोए हुए हैं। समस्या निस्तारण की दिशा में कोई प्रयास नहीं कर रहे हैं। राह चलने वाले यात्रियों को गंदे पानी से भरा गड्ढा में उतारकर ही निकालना पड़ता है साथ ही टू व्हीलर चालक को दोनों पैर ऊपर उठाकर बड़ी मुश्किल से निकलते हैं,और गिरने की संभावना बनी रहती हैं। फिर भी विभाग की जिम्मेदार कुंभकरण की नींद में सोए हुए हैं। अगर सड़क निर्माण शुरू होने से पहले इस गड्ढे में गिट्टी डाल कर भर दिया जाता तो आज लोगों को निकालने में आसानी होती।
एक तरफ झाड़ियां,दूसरी तरफ गड्ढा बना मुश्किल- आपको बता दे की कुछ दिनों पूर्व पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से ठेकेदार द्वारा सड़क का निर्माण कार्य किया गया है जबकि सड़क के दोनों किनारे से सफाई नहीं की गई है। इसके कारण झाड़ियां की टहनियों से निकलना मुश्किल हो गया है और सड़क भी संकरा हो गया है। दूसरी तरफ सड़क की ऊंचाई नहीं होने के कारण गड्ढे में जलभराव हो गया है इसके चलते लोगों को निकलने में बड़ी परेशानी हो रही है। दरअसल आमजन की समस्याओं के प्रति राज्य सरकार के मुखिया प्रतिनिधि संवेदनशील है, फिर भी संबंधित विभाग के अधिकारियो को कोई डर या टेंशन नहीं हो रहा है। इनकी गलती का खामियाजा आमजन भुगतने को मजबूर हैं। एक तरफ सर्कल,दूसरी तरफ कीचड़,वही झाड़ियां एवं कचरा से अटा-पड़ा मुख्य मार्ग आमजन को दुर्घटनाओं को न्यौता दे रहा है। पानी के अलावा कहीं से निकलने के लिए जगह नहीं है,बड़े पैदल हो या वहां क्यों ना हो,लोगों को पानी से ही गुजरना पड़ता है। लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों एवं ठेकेदार ने आमजन की गंभीर समस्या के प्रति आंखें मूंद रखी है।आमजन के सामने खड़ी सड़क जैसी समस्या को देखते हुए समाचार के जरिए प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया गया फिर भी नींद से नहीं उठा विभाग।