जलझूलनी एकादशी पर निकली ठाकुर जी की रेवड़िया
बावड़ी। समूचे उपखंड क्षेत्र सहित बिराई में सोमवार को जल झूलनी एकादशी पर ठाकुरजी महाराज की रेवड़िया के साथ शोभायात्रा निकाली गई शोभा यात्रा शोभा यात्रा ठाकुर जी महाराज के मंदिर से गाजियाबाद की सहित गाजियाबाद की सहित गज गाजे बाजे के साथ सर्द वालों नाचते गाते श्रद्धालु नाचते गाते सुधरो का बस सुथारों का बस ब्राह्मणों का बस नायकों के बाद से होते हुए भिराई के मुख्य तालाब पर पहुंची जहां ग्रामीणों ने पुजारी नेम दास के साथ ठाकुर जी महाराज का विधिवत पूजन कर तालाब में झुला कर ठाकुर जी की विशेष आरती कर गांव के लिए मंगल कामना की वही चारों और गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो .....… नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की......सहित विभिन्न भजनों की धुन के साथ जय घोष से पूरा तालाब भक्ति में हो गया
आकर्षण का केंद्र रहा तालाब में है कमल के फूल-
इस दौरान पूरे कार्यक्रम में आकर्षण का केंद्र रहा तालाब में खिलखिलाते कमल के फूल जब से तालाब बना है तब से आज तक ऐसा नजरा नहीं देखा गया जहां चारों ओर कमल के हैं सफेद और गुलाबी कलर के फूल बच्चे और महिलाओं ने जमकर सेल्फी ली पर यह भी चर्चा का विषय बना रहा कि यह कैसे यहां कमल उगा है या किसने उगाया है और कुछ लोग इसे ठाकुर जी की कृपा बता रहे थे कि यह स्वत ही फूलने लगे हैं
भाई और बहन का प्यार का प्रतीक समंद महोत्सव-
बहनों ने समंद के चारों ओर परिक्रमा कर जल में कलश को हिलोरा दिए तो भाई ने बहन को चुनरी उड़ाकर बहन को जल पिलाया वही बहन ने भी जल पिलाकर भाई से आशीर्वाद लिया संमंद हिलोरो ने में कानाराम भाटी की तीन पीढ़ियां एक साथ समंदर हिलोरा स्वयं की धर्मपत्नी पुत्रवधू एवं पौत्रवधू डीजे के साथ नाचते गाती महिलाओं का जमघट लगा रहा