
हंगामे के भेंट चढ़ा मानसून सत्र का चौथा दिन
मानसून सत्र का चौथा दिन भी हंगामे के साथ शुरू हुआ। सदन में विपक्षी सांसदों के हंगामे के बाद लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। सत्र शुरू होने से पहले, विपक्षी सदस्यों ने बिहार में मतदाता सूची के चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) सहित अन्य मुद्दों को लेकर संसद के मकर द्वार पर फिर से विरोध प्रदर्शन किया। सत्र के पहले तीन दिन इसी तरह के विरोध प्रदर्शनों के कारण लगभग बिना किसी कार्यवाही के ही बीत गए, जिसके कारण बार-बार कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी और कोई भी महत्वपूर्ण विधायी कार्य नहीं हो सका। आपको बता दें कि विपक्ष ने केंद्र सरकार पर एसआईआर अभ्यास, ऑपरेशन सिंदूर, भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम पर बातचीत करने के डोनाल्ड ट्रम्प के बार-बार दावों पर बहस के लिए दबाव बनाना जारी रखा है, साथ ही सत्र के पहले दिन के बाद उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे पर जवाब मांग रहा है।
लोकसभा की कार्यवाही
बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मुद्दे पर विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण बृहस्पतिवार को लोकसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई।रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के रायबरेली स्थित आधुनिक रेल डिब्बा कारखाना (एमसीएफ) में संविदा कर्मचारियों को वेतन वितरण में किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकने के उपाय किए गए हैं। उन्होंने बुधवार को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बृहस्पतिवार को सदन में हंगामा करने के लिए कांग्रेस सदस्यों को आड़े-हाथों लिया और कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी के संस्कार सदन में नारेबाजी करने, तख्तियां लाने और मेजेंठोंकने के लिए नहीं रहे हैं, लेकिन इस दल के मौजूदा सांसदों का आचरण पूरा देश देख रहा है।
राज्यसभा की कार्यवाही
राज्यसभा में बृहस्पतिवार को बिहार में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) किए जाने के मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे के कारण बैठक लगातार चौथे दिन बाधित रही और एक बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजकर पंद्रह मिनट पर कार्यवाही को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया। विपक्ष के हंगामे के कारण आज भी प्रश्नकाल नहीं चल पाया। राज्यसभा में बृहस्पतिवार को उन छह सदस्यों को विदाई दी गई जिनका कार्यकाल समाप्त हो रहा है जिनमें से एक उच्च सदन के लिए पहले ही पुनर्निर्वाचित हो चुके हैं। सदन की बैठक शुरू होने पर उपसभापति हरिवंश ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए। इसके बाद उन्होंने कहा कि छह सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है जिसमें एक, अन्नाद्रमुक के पी विल्सन दूसरे कार्यकाल के लिए सदन में वापस आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि द्रमुक के एम मोहम्मद अब्दुल्ला और एन षणमुगम, अन्नाद्रमुक के एम चंद्रशेखरन और पी विल्सन, पीएमके के डॉ अंबुमणि रामदॉस तथा एमडीएमके के एम वाइको का उच्च सदन में कार्यकाल समाप्त हो रहा है। राज्यसभा में बृहस्पतिवार को वरिष्ठ वकील एवं न्यायविद् उज्ज्वल निकम ने मनोनीत सदस्य के रूप में शपथ ली। निकम ने मराठी में ईश्वर के नाम पर शपथ ली। शपथ लेने के बाद सदस्यों ने मेजें थपथपाकर उनका स्वागत किया।