किसानी घाटे का सौदा इसलिये युवा पीढ़ी इससे मुंह फेर रही है
वैर . भारत कृषि प्रधान देश है तथा खेती किसानी हमारे पूर्वजों की देन है। लेकिन आज की युवा पीढ़ी इससे मुँह फेर रही है, यह चिंता का विषय है। यह कहना है गांव जटवलाई निवासी किसान बृजेंद्र चौधरी का, चौधरी ने बताया कि किसान अपने बेटे को किसान नही बनाना चाहता क्योंकि खेती-किसानी घाटे का सौदा साबित हो रही है। कृषि को कैसे "लाभकारी" बनाया जाए ? कृषि नीति किसानो की खुशहाली व सम्रद्धि के लिए बने। सरकारों को इस ओर ध्यान देने की अतिआवश्यकता है।
किसानों के भी सपने होते है, उन सपनों को साकार करने के लिए सरकारों से ठोस नीति बनाये जाने की मांग की है,