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आरआईसी में 16 अगस्त से तीन दिवसीय 12वीं मस्कुलोस्केलेटल सोसाइटी कॉन्फ्रेंस

आरआईसी में 16 अगस्त से तीन दिवसीय 12वीं मस्कुलोस्केलेटल सोसाइटी कॉन्फ्रेंस

  • 21 देशों से 700 डॉक्टर्स होंगे शामिल

  • बीना सर्जरी के मस्कुलोस्केलेटल इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी के जरिए उपचार पर चर्चा और वर्कशॉप

  • भारत में अपनी तरह का सबसे बड़ा आयोजन

  • वर्कशॉप, लाइव डेमो, टॉक सेशन और लेक्चर का होगा आयोजन

  • भारत, अमरीका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया समेत 21 देशों के 700 से अधिक डॉक्टर हिस्सा लेंगे

जयपुर। मस्कुलोस्केलेटल सोसाइटी कॉन्फ्रेंस का 12वां संस्करण 16 से 18 अगस्त तक जयपुर के राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर (आरआईसी) में आयोजित होगा। अपनी तरह का यह देश का सबसे बड़ा सम्मेलन है जिसमें भारत, अमरीका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया समेत 21 देशों के 700 से अधिक मस्कुलोस्केलेटल इंटरवेंशनल एक्सपर्ट डॉक्टर हिस्सा लेंगे। इनमें 28 से अधिक इंटरनेशनल लेवल फैकल्टी शामिल हैं। कॉन्फ्रेंस में लेक्चर और वर्कशॉप के जरिए स्पोर्ट्स इंजरी, ज्वाइंट पेन, नर्व पेन आदि मस्कुलोस्केलेटल संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं के डाइग्नोसिस और इलाज पर प्रकाश डाला जाएगा।

मस्कुलोस्केलेटल सोसाइटी की ओर से मंगलवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी गई। ऑर्गनाइजिंग चेयरमैन डॉ. एम. पी. गोयल और डॉ. गौरव कान्त शर्मा, ऑर्गनाइजिंग सेक्रेटरी एवं डायरेक्टर, जयपुर इंस्टीट्यूट ऑफ पेन एंड स्पोर्ट्स इन्जुरीज़ (JIPSI) ने प्रेस को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि डॉ. भीभू कल्याण नायक, निदेशक, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट्स साइंसेस, नई दिल्ली और विशिष्ट अतिथि डॉ. अब्दुल्ला अलरेमैथी, रेडियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ एमिरेट्स (दुबई) के अध्यक्ष शामिल होंगे।

'ज्वाइंट्स संबंधी उच्च तकनीक होंगी साझा'

कार्यक्रम की जानकारी देते हुए डॉ. एम. पी. गोयल ने बताया कि इस आयोजन से विश्वस्तरीय डॉक्टर जयपुर में एकजुट होंगे। एक्सपर्ट्स स्पोर्ट्स इंजरी, जॉइंट पैन और मस्कुलोस्केलेटल संबंधी बीमारियों के बिना सर्जरी के मस्कुलोस्केलेटल इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी के जरिए उपचार की उच्च तकनीक साझा करेंगे।

'चार अहम वर्कशॉप, लाइव डेमो, बेसिक से एडवांस लेक्चर'

डॉ. गौरव कान्त शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम के तहत टॉक सेशंस के साथ चार प्रमुख वर्कशॉप का आयोजन किया जाएगा। शुक्रवार को होने वाली तीन वर्कशॉप डाइग्नोसिस से संबंधित हैं जिनमें स्पोर्ट्स इंजरीज़, ज्वाइंट्स पेन, नर्व पेन, बैक पेन और सभी ज्वाइंट्स संबंधित बीमारी, दर्द के कारण का पता लगाया जाएगा सोनोग्राफी (मस्कुलोस्केलेटल अल्ट्रासाउंड) की मदद से। एसएमएस हॉस्पिटल में इमेज-गाइडेड मस्कुलोस्केलेटल इंटरवेंशन वर्कशॉप होगी। इसमें लगभग 80 डॉक्टर्स कैडेवर पर स्पोर्ट्स इंजरीज़ और ज्वाइंट पेन के निदान के लिए प्रैक्टिस करेंगे। वहीं मस्कुलोस्केलेटल अल्ट्रासाउंड, एमआरआई वर्कशॉप में अल्ट्रासाउंड और एमआरआई से ज्वाइंट्स की बीमारियों का डाइग्नोस करने पर फोकस किया जाएगा। लाइव डेमो होंगे। इसमें अल्ट्रासाउंड वर्कशॉप में 20 अल्ट्रासाउंड स्टेशन रहेंगे जिन पर 140 डॉक्टर, और एमआरआई वर्कशॉप में बने एमआरआई सेंटर पर 120 डॉक्टर एक साथ ट्रेनिंग ले सकेंगे। शनिवार और रविवार को कॉन्फ्रेंस में टॉक सेशन में बेसिक व एडवांस लेक्चर होंगे।

गौरतलब है कि मस्कुलोस्केलेटल सोसाइटी कॉन्फ्रेंस एक वार्षिक कार्यक्रम है, जो मस्कुलोस्केलेटल स्वास्थ्य के क्षेत्र में अग्रणी विशेषज्ञों और प्रैक्टिशनर्स को एकत्र करता है। यह सम्मेलन खेल की चोटों, जोड़ों के दर्द और अन्य मस्कुलोस्केलेटल विकारों के निदान और उपचार की समझ को बढ़ाने के लिए सहयोगात्मक सीखने और नवाचार को समर्पित है।

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