
हादसे पर एअर इंडिया के सीईओ का बयान : तकनीकी खामी नहीं, जांच जारी
नई दिल्ली। एअर इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) कैम्पबेल विल्सन ने कहा एअर इंडिया विमान दुर्घटना पर वायु यान दुर्घटना अन्वेषण ब्यूरो (एएआईबी) की प्रारंभिक रिपोर्ट में विमान या इंजन में कोई यांत्रिक या रखरखाव संबंधी समस्या नहीं पायी गयी। एएआईबी की प्रांरभिक रिपोर्ट पर एअर इंडिया के सीईओ ने कहा पायलटों ने उड़ान से पहले श्वांस विश्लेषक परीक्षण पास कर लिया था, उनकी चिकित्सा स्थिति के संबंध में कोई अवलोकन नहीं किया गया था। एएआईबी की प्रारंभिक रिपोर्ट में न तो कोई कारण बताया गया और न ही कोई सिफारिश की गई, सभी से आग्रह है कि वे समय से पहले निष्कर्ष निकालने से बचें। एअर इंडिया के सीईओ ने कहा कि अत्यधिक सावधानी बरतते हुए बेड़े में शामिल प्रत्येक बोइंग 787 विमान की दुर्घटना के कुछ दिनों के भीतर जांच की गई और उन्हें सेवा के लिए उपयुक्त पाया गया है। कैम्पबेल विल्सन ने कहा कि हम सभी विमानों की आवश्यक जांच जारी रखेंगे और भविष्य में जिन नए विमानों की जांच की सिफारिश अधिकारी करेंगे, उनकी भी ऐसे ही जांच करेंगे। ऐसी व्याख्याओं पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय, मेरा सुझाव है कि हम इस बात पर ध्यान दें कि प्रारंभिक रिपोर्ट में विमान या इंजन में कोई यांत्रिक या रखरखाव संबंधी समस्या नहीं पाई गई थी, और सभी अनिवार्य रखरखाव कार्य पूरे कर लिए गए थे। ईंधन की गुणवत्ता में कोई समस्या नहीं थी और टेक-ऑफ रोल में कोई असामान्यता नहीं थी। पायलटों ने अनिवार्य उड़ान-पूर्व श्वास विश्लेषक परीक्षण पास कर लिया था और उनकी चिकित्सा स्थिति से संबंधित कोई अवलोकन नहीं किया गया था। विल्सन ने कहा कि दुर्घटना के कुछ दिनों के भीतरअत्यधिक सावधानी बरतते हुए और डीजीसीए की निगरानी में बेड़े में शामिल प्रत्येक बोइंग 787 विमान की जांच की गई और उन्हें सेवा के लिए उपयुक्त पाया गया है। उन्होंने कहा कि हम सभी विमानों की आवश्यक जांच जारी रखेंगे और भविष्य में भी जिस भी जांच की सिफारिश अधिकारी करेंगे, वह भी की जाएगी।