
6 मिनट में पहुंची एंबुलेंस, कलक्टर ने की मॉक ड्रिल से जांच
- सड़क सुरक्षा समिति बैठक में आई रैड के डेटा पर दुर्घनाओं पर सड़क सुरक्षा हेतु समीक्षा
धौलपुर। जिले सड़क सुरक्षा समिति एवं विशेष टास्क फोर्स की बैठक गुरुवार को जिला कलक्टर श्रीनिधि बी टी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में सड़क सुरक्षा को लेकर ठोस निर्णय लिए गए तथा विभिन्न विभागों को समन्वित प्रयासों हेतु आवश्यक निर्देश दिए गए।
बैठक के दौरान जिला कलक्टर ने एम्बुलेंस सेवा की तत्परता की जांच के लिए मॉक ड्रिल की। 108 हेल्पलाइन पर कॉल कर यह सूचना दी गई कि कलेक्ट्रेट के सामने सड़क दुर्घटना में एक व्यक्ति गंभीर घायल हुआ है। कॉल के महज 6 मिनट के भीतर सदर थाना क्षेत्र की एम्बुलेंस मौके पर पहुंच गई। जिला कलक्टर ने एम्बुलेंस चालक को आमंत्रित कर उसकी कार्यकुशलता की प्रशंसा की।।
बैठक में आई-रैड पोर्टल पर दर्ज सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों की गहन समीक्षा की गई। आंकड़ों से सामने आया कि बीते तीन महीनों में सर्वाधिक हादसे शाम 6 से 9 बजे के बीच हुए हैं। इस पर जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि हर ऐसी दुर्घटना जिसमें जनहानि हुई हो, उसके कारणों की समुचित जांच की जाए और सभी संबंधित एजेंसियां मिलकर मौका स्थल का संयुक्त निरीक्षण करें।
एनएच-44 पर मचकुंड चौराहे पर वाहन गति को नियंत्रित करने हेतु रम्बल स्ट्रिप्स लगाने, ब्लैक स्पॉट्स पर चेतावनी साइनेज लगाने, डिवाइडर्स की मरम्मत, और नालों की सफाई के लिए संबंधित विभागों को निर्देशित किया गया। साथ ही, जिन क्षेत्रों में बार-बार हादसे हो रहे हैं, वहाँ एम्बुलेंस की पूर्व-तैनाती की व्यवस्था की जाएगी ताकि न्यूनतम रिस्पॉन्स टाइम सुनिश्चित हो सके। उन्होंने संबंधित विभागों को सड़क सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध सघन चालान अभियान चलाने के निर्देश भी दिए।
बैठक में पुलिस अधीक्षक सुमित मेहरड़ा ने निर्देश दिए कि आई रैड पर ठीक प्रकार डेटा दर्ज करें ताकि दुर्घटना के पैटर्न एवं कारणों का समुचित विश्लेषण हो सके। एक अन्य महत्वपूर्ण निर्देश में कलक्टर ने कहा कि दुर्घटनास्थलों के आसपास विचरण करने वाले निराश्रित गोवंश को चिन्हित कर सुरक्षित रूप से गौशालाओं में भेजा जाए, जिससे वाहन चालकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
बैठक में पुलिस, परिवहन, एनएचएआई, चिकित्सा, नगर परिषद व अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।