
भीलवाड़ा : प्रसूता सीमा की इलाज के दौरान मौत
- 14 बोतल खून मंगवाया लेकिन नहीं बच पाई प्रसूता
- इलाज में लापरवाही का आरोप,अस्पताल में मचाया हंगामा
भीलवाड़ा। बीती रात रिंग रोड स्थित केशव पोरवाल हॉस्पिटल में प्रसव के दौरान प्रसूता की मौत के बाद मंगलवार को परिजनो ने इलाज मे लापरवाही का आरोप लगाते हॉस्पिटल में हंगामा किया । परिजनों का कहना की वक्त रहते इलाज मिलता तो सीमा की जान बच जाती। शहर के सुभाषनगर थाना प्रभारी शिवराज गुर्जर ने बताया कि केशव पोरवाल अस्पताल में सोमवार को एक प्रसूता की मौत के बाद परिजन ने हंगामा कर दिया। काफी संख्या में परिजन जुट गए थे। सूचना पर मौके पर पहुंचे। परिजन को समझाकर शांत किया। शव पोस्टमॉर्टम के करवाने के बाद परिजनों को सौंप दिया। परिजन की रिपोर्ट पर कार्रवाई करेंगे। मृतक महिला के जेठ राजेश कोटियाणा ने कहा कि मेरे छोटे बाई बनवारी की पत्नी सीमा (26) को सोमवार दोपहर डिलीवरी के लिए पोरवाल हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। डॉक्टर ने बताया कि शाम 5- 5:30 बजे तक नॉर्मल डिलीवरी हो जाएगी। इसके बाद उसे भर्ती करके इलाज चालू कर दिया। दोपहर में बोले कि ब्लड की जरूरत है। करीब 14 यूनिट ब्लड मंगवा लिया। इसके बाद एक नर्स ने कहा कि सीमा की हालत नाजुक है। या तो सीमा बचेगी या बच्चा बचेगा। हमने कहा कि सीमा को बचा लीजिए। हमें शक है कि तब तक सीमा की मौत हो चुकी थी लेकिन अस्पताल वाले गुमराह करते रहे। हमें अंदर नहीं जाने दिया गया। नर्स सीपीआर देती रही। ड्यूटी पर कोई डॉक्टर नहीं था। हमें जानकारी दी गई कि सीमा सही है। रात 10 बजे मेरी पत्नी ने अंदर जाकर देखा तो सीमा में कोई हलचल नहीं थी। कुछ देर बाद हमें बताया कि डेथ हो चुकी है। कोटियाणा ने कहा- हॉस्पिटल प्रबंधन हमें गुमराह करता रहा। सीमा को सही इलाज समय पर मिलता तो मौत नहीं होती। हमने सवाल किया तो पुलिस को बुला लिया। रात में पुलिस ने शव कब्जे में ले लिया। कहां रखा हमें नहीं बताया। अस्पताल प्रबंधन से कोई भी व्यक्ति हमसे बात करने को तैयार नहीं। सीमा के परिजनों ने न्याय की गुहार लगाई।