सुजीत सिंहल द्वारारचित ‘‘गुजरा हुआ ज़माना’’ नामक पुस्तक
टोंक । शहर के जाने-माने समाजसेवी, व्यवसाय एवं कांग्रेस नेता सुजीत कुमार सिंहल द्वारा लिखी गई ‘‘गुजरा हुआ ज़माना’’ नामक पुस्तक विमोचन से पहले ही शहर में चर्चा का विषय बन गई है। लेखक सुजीत कुमार सिंहल ने बताया कि किताब में इतिहास, साहित्य, अध्यात्म, खेल प्रेम एवं दोस्ती पर आधारित 51 आलेख हैं, जो पाठक को गुदगुदाते हैं। पुस्तक की कहानियाँ प्रेम एवं मनुष्यों के संबंधों की बारीकियों को रेखांकित करती है। कई कहानियों के पात्र लेखक के तीन मित्र बने हैं। सूरज, समीर एवं मामू। सिंहल का कहना है, फि़लहाल उनके व्यक्तित्व का चित्रण किया है। कथानाक शेष है, जो आगे पूरा किया जायेगा। किताब में महात्मा गाँधी, लॉर्ड माउंटबेटन, साहिर लुधियानवी, अमृता प्रीतम, इमरोज़, यशवंत राव होल्कर, पंडित भरत व्यास, राजा-महाराजाओं, टोंक के सामाजिक जन-जीवन एवं राजनीति पर भी विस्तार से लिखा गया है। टोंक के पहले नवाब अमीर खां को अंग्रेज इतिहासकारों ने क्रूर एवं हिंसक बताकर जगह-जगह आलोचना की है, लेकिन इस किताब में अमीर खां के मानवीय गुण एवं संवेदनशीलता पर दिलचस्प अंदाज में लिखा गया है, उनकी एवं होल्कर की दोस्ती के कई किस्से किताब में लिखे गए हैं। कुल मिलाकर पुस्तक अत्यंत पठनीय एवं सुरुचिपूर्ण साहित्यिक कृति हैं। ज्ञात रहे कि लेखक सुजीत कुमार सिंहल के पिता स्व. हनुमान सिंघल द्वारा लिखित पुस्तक ‘‘टोंक का इतिहास’’ आज भी बहु चर्चित है।