
मुख्यमंत्री गहलोत के समधीयों पर मुकदमा
अवैध खनन को लेकर 32 के विरुद्ध मामला दर्ज, गौचर पर अतिक्रमण, मंदिर को खुर्दबुर्द करने का आरोप, करोड़ों के राजस्व चोरी का भी हवाला
डीडवाना. अवैध खनन को लेकर नागौर जिला के डीडवाना पुलिस थाना में एक बड़ा मामला दर्ज हुआ है जिसकी आंच राजस्थान के मुखिया अशोक गहलोत तक भी पहुंच सकती है । डीडवाना थाना पर 30 मई को रात्री करीब साढ़े दस बजे दर्ज इस रिपोर्ट में कुल बत्तीस आरोपी बनाए गए है जिसमे मुख्य मंत्री अशोक गहलोत के सुपुत्र वैभव गहलोत के बड़े ससुर मांगीलाल पंवार, चाचा ससुर चैना राम पंवार व कमलेश पंवार सहित सहित साले गिरधर गोपाल, बजरंग लाल पंवार व महेंद्र पंवार के नाम शामिल है । धारा 166ए, 269, 277, 278, 287, 295, 120बी व 65, 66 में दर्ज इस रिपोर्ट में नागौर खनिज विभाग के खनन अभियंता को आरोपी बनाया गया है, इसके अलावा कांग्रेस के नामवर युवा नेता सुखा राम डोडवाडिया भी आरोपी है ।
*क्या है मामला*
डीडवाना शहर के पश्चिम में नागौर रोड़ पर मात्र दस किलो मीटर की दूरी पर स्थित कोलिया डूंगरी पर आरोपी संख्या एक से बत्तीस तक को नागौर खनन विभाग द्वारा खनन पट्टे जारी किए गए है जिसके आधार पर समस्त आरोपी कोलिया डूंगरी व डीडवाना के पीर पहाड़ी पर खनन करते है जाहिर है कुछ हद तक नियमों की अवेहलना हुई हो और उसी को लेकर कुचामन निवासी कारगिल युद्ध विजेता, पर्यावरण प्रेमी, समाज सेवी दातार सिंह पुत्र सुगन सिंह शेखावत ने माननीय न्यायालय ए सी जे एम डीडवाना के माध्यम से उक्त मामला डीडवाना थाना पर दर्ज करवाया है, रिपोर्ट में खनन अभियंता की शह पर उक्त बत्तीस आरोपियों पर आरोप है कि इन सभी ने नियम विरुद्ध जाकर न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचाया है अपितु क्षेत्र के हजारों सनातन धर्म प्रेमियों की आस्था के साथ भी खिलवाड़ किया है क्यों कि खनन कर्ताओं ने डूंगरी पर स्थित प्राचीन माता शाकंभरी के ऐतिहासिक मंदिर को खुर्दबुर्द करने व नुकसान पहुँचाने की कुचेष्टा की है । आरोप है कि खनन अभियंता से मिलीभगत कर उक्त सभी बत्तीस आरोपियों ने राज्य सरकार को करोड़ों रुपए के राजस्व की हानी के साथ ही अवैध रूप से गोचर भूमि पर भी अतिक्रमण किया है ।
*हर घर में है सिलिकोसिस के मरीज*
कोलिया ग्राम लंबे समय से सिलिकोसिस बीमारी से जूझ रहा है क्यों कि इन खानों में काम करने वाले मजदूर अधिकांश इसी कोलिया गांव के है, मीडिया में लगातार इसको लेकर खबरें आती रही है, यहां हर घर इससे पीड़ित है वहीं अधिकांश मजदूर समय से पहले ही अपनी जान से हाथ धो बैठते है ।