विद्यालयों में मोबाइल पर ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने का जताया विरोध
धौलपुर। राजस्थान शिक्षक संघ राधाकृष्णन धौलपुर ने शिक्षा मंत्री एवं निदेशक माध्यमिक शिक्षा को ज्ञापन भेज कर स्कूलों में शिक्षकों और विद्यार्थियों की उपस्थिति शाला दर्पण एप पर ऑनलाइन दर्ज करने के आदेश का विरोध किया है। संघ के जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश लोधा ने बताया कि कार्यालय निदेशक माध्यमिक शिक्षा बीकानेर द्वारा जारी आदेश के तहत प्रदेश के विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों व विद्यार्थियों की उपस्थिति दो अक्टूबर से शाला दर्पण के शिक्षक एप्प के माध्यम से प्रतिदिन ऑनलाइन किए जाने के आदेश जारी किए गए हैं। जो अव्यावहारिक और विरोधाभासी हैं। लोधा ने बताया कि प्रदेश में शिक्षकों व विद्यार्थियों की प्रतिदिन की उपस्थिति शाला दर्पण पर पहले से ही ऑनलाइन दर्ज की जा रही है तो ऐसे आदेश जारी करने का कोई औचित्य ही नहीं है। संरक्षक रमेश चन्द भानु ने बताया कि एक तरफ तो शिक्षा विभाग आदेश निकालकर विद्यालयों में मोबाइल के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाता है तो दूसरी तरफ विरोधाभासी आदेश निकालकर स्कूलों में मोबाइल के उपयोग करने को बाध्य कर रहा है । इससे शिक्षकों और विद्यार्थियों के समय की बर्बादी के साथ साथ पढ़ाई बाधित भी होती है। राष्ट्रपति अवार्ड प्राप्त सुरेंद्र कुमार सिकरवार ने बताया कि कई विद्यालयों में छात्रों की संख्या प्रत्येक कक्षा में लगभग 75 से 100 तक है। ऐसे में प्रथम कालांश ओनलाइन और आफलाइन रजिस्टर में उपस्थिति करने में लग जाता है और शिक्षक छात्रों को पढ़ा नहीं पाता है। जिससे प्रथम कालांश की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। शिक्षकों को पहले से ही राज्य सरकार ने पचासों तरह की योजनाओं में लगा रखा है। फिर भी नये नवाचार के रूप में मोबाइल पर एप्प से आनलाइन उपस्थिति करने के लिए बाध्य किया जा रहा है। कहीं कहीं पर डाटा सिग्नल नहीं आते हैं या इतना कमजोर रहता है जिससे शिक्षक के लिए यह सिर दर्द बन जाता है फिर छात्रों को कैसे पढ़ा पायेगा। विभाग को अपने शिक्षकों एवं शिक्षा अधिकारियों की निष्ठा पर पूर्ण भरोसा रखना चाहिए। अतः राजस्थान शिक्षक संघ राधाकृष्णन ऐसे आदेशों को प्रत्याहरित करने की मांग करता है। इस अवसर पर संघ संरक्षक रमेश चन्द भानु, सुरेंद्र कुमार सिकरवार, धौलपुर ब्लॉक अध्यक्ष रनवीर सिंह सिकरवार, रामकुमार बघेल, गीता चौधरी, रुचिता देवी, अर्चना दीक्षित, रश्मि शर्मा, सुनीता देवी,राधा, प्राग देवी, गुड्डी देवी, कम्पूरी देवी, नन्द किशोर आदि उपस्थित रहे।