
जोधपुर : विद्या भारती ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का किया क्रियान्वयन
जोधपुर। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के आने के पश्चात विद्या भारती ने अपने लक्ष्य में वसुदेव कुटुंबकम एवं विश्व कल्याण के लिए युवा पीढ़ी का निर्माण हो, यह शब्द एवं भाव जोड़ा है । राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 वैश्विक नागरिक तैयार करने की बात करती है। विद्या भारती शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष प्रोफेसर नरपत सिंह शेखावत ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में प्रावधान है कि प्रारंभिक शिक्षा मातृभाषा में हो। अपने विद्यालयों में मातृभाषा में शिक्षा हो विद्या भारती इस पर बोल देती है। भारतीय भाषाओं के प्रति गौरव का भाव विकसित करने के लिए विद्या भारती ने समाज जागरण का अभियान प्रारंभ किया है। इसके लिए विचार गोष्टी पुस्तक वितरण एवं मीडिया के विभिन्न संसाधनों का उपयोग कर रही है। अपने शिक्षण संस्थानों में सेवारत अध्यापकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है कक्षा कक्ष में सीखने की प्रक्रिया प्रभावकारी हो इसके लिए निरंतर प्रयत्न चल रहे हैं। कक्षा कक्ष में सीखने की प्रक्रिया में बदलाव लाने हेतु गतिविधि आधारित शिक्षक अनुभव केंद्रित समूह चर्चा, कहानी, संवाद आदि विभिन्न शिक्षण विधियां का प्रयोग करने के लिए विद्यालय, संकुल, जिला एवं प्रांत केंद्र पर विभिन्न आचार्य प्रशिक्षण एवं कार्यशालाएं आयोजित की गई है। भारतीय भाषाओं को प्रोत्साहन देने की दृष्टि से शिक्षक मातृभाषा में करवाया जाता है उसके साथ-साथ प्रत्येक विद्या मंदिर में एक अन्य भारतीय भाषा जिनमें गुजराती, मराठी, कन्नड़, पंजाबी आदि प्रमुख हैं। इसके कारण विद्यार्थियों में भाषाई सद्भावना एवं समृद्धि विकसित हो रही है। कौशल विकास की दृष्टि से कक्षा 6 से 8 में कार्यशाला वर्कशॉप स्थापित की गई है, जिसके द्वारा विद्यार्थी आधुनिक आवश्यकता के अनुरूप कंप्यूटर कोडिंग भी सिखाई जाती हैं। इसके अतिरिक्त सिलाई, काष्ठ कार्य, इलेक्ट्रिकल, मोबाइल रिपेयरिंग आदि प्रमुख हैं।