
कोटा : श्री नागर ने ली कलेक्ट्रेट में समीक्षा बैठक, राजस्व से जुड़े प्रकरणों की विशेष मॉनिटरिंग करें अधिकारी
- अंत्योदय संबल शिविरों में यथा संभव हो समस्या का निदान - ऊर्जा मंत्री
कोटा। ऊर्जा मंत्री श्री हीरालाल नागर ने कहा कि आमजन की समस्याओं का एक छत के नीचे समाधान करने की मंशा के साथ प्रदेश में पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़ा अयोजित किया जा रहा है। इस पखवाड़े में लगाए जा रहे शिविरों में राजस्व से संबंधित समस्याएं लेकर आने वाले ग्रामीणों की समस्याओं का निदान हो। अधिकारी रास्ता खोलने, आपसी सहमति से भूमि विभाजन, नामांतरकरण, शुद्धिकरण सहित राजस्व से जुड़े अन्य प्रकरणों की विशेष मॉनिटरिंग करें ताकि लोगों को राहत मिल सके। ऊर्जा मंत्री शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़े की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शिविरों में अधिकतर प्रकरण रास्ता खोलने से जुड़े हैं। अतः उपखंड अधिकारी इस समस्या के समाधान कर विशेष ध्यान दें। शिविर में आए ग्रामीणों की समस्या का तुरंत समाधान नहीं हो सके तो उन्हें इस बात के लिए आश्वस्त किया जाए कि उनकी समस्या के समाधान के लिए पूरे प्रयास किए जाएंगे। समीक्षा बैठक में ऊर्जा मंत्री ने कहा कि शिविरों में आने वाले राजस्व से संबंधित प्रकरणों के निस्तारण पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने जिला कलक्टर एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन के स्तर पर इसकी मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मृदा स्वास्थ्य कार्ड बनवाने वाले किसानों को उनके खेत की मिट्टी के अनुसार फसल उगाने के बारे में जागरूक किया जाए। पीएचईडी अभियंताओं को उन्होंने कंटीजेंसी में लिए जाने वाले कार्य गर्मी का मौसम समाप्त होने से पहले ही पूरे करने के निर्देश दिए। कृषि विभाग के अधिकारियों को उन्होंने निर्देश दिए कि बीज मिनी किट वितरण से पहले पोर्टल पर आवेदन के संबंध में जानकारी जनप्रतिनिधियों एवं मीडिया के माध्यम से किसानों को दी जाए ताकि जरूरतमंद किसान इसका लाभ उठा सकें। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कृषि पर्यवेक्षक योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक पात्र किसान तक पहुंचाएं। बैठक में बताया गया कि शिविरों में अब तक 1234 मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित किए गए हैं। बैठक में ऊर्जा मंत्री ने कहा कि खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ ले रहे अपात्र व्यक्ति अगर गिव-अप अभियान में अपना नाम नहीं हटवा रहे हैं तो उन्हें नोटिस जारी कर बताया जाए कि जो अपनी इच्छा से नाम नहीं हटवाएंगे उनसे पैनल्टी वसूली जाएगी। उन्होंने इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। श्री नागर ने मौसमी बिमारियों की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों की भी जानकारी ली। हरियालो राजस्थान अभियान की तैयारियों की समीक्षा करते हुए ऊर्जा मंत्री ने पूछा कि पिछले साल लगाए गए पौधों में से अभी कितने जीवित हैं। डीएफओ अपूर्व श्रीवास्तव ने बताया कि अक्टूबर में करवाई गई जियो टैगिंग के आधार पर करीब 70 प्रतिशत पौधे अभी जीवित हैं। वन विभाग द्वारा इस वर्ष 5 लाख 85 हजार पौधा रोपण का लक्ष्य है। कनवास की नर्सरी में करीब 3 लाख पौधे तैयार किए गए हैं जिनमें 62 प्रजाति के पौधे हैं। बैठक में अधिकारियों ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़े की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि गुरूवार तक जिले में 112 शिविर आयोजित किए जा चुके हैं जिनमें विभिन्न विभागों द्वारा ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान किया गया। श्री नागर ने 7 जुलाई को सांगोद में प्रस्तावित मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा की यात्रा की तैयारियों की भी समीक्षा की। साथ ही, सांगोद में सुपोषित मां अभियान के शुभारंभ की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत 50 किलो से कम वजन वाली गर्भवती महिलाओं को संतुलित आहार उपलब्ध कराया जाता है ताकि जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ रहें। इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री ने कृषि विभाग द्वारा किसानों की जागरूकता के लिए प्रकाशित दो पोस्टरों का विमोचन किया। बैठक में जिला प्रमुख मुकेश मेघवाल, सांगोद प्रधान जयवीर सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष ग्रामीण प्रेम गोचर, जिला कलक्टर पीयूष समारिया, ग्रामीण पुलिस अधीक्षक सुजीत शंकर, एडीएम सीलिंग कृष्णा शुक्ला, प्रशासन मुकेश चौधरी सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।