संस्कारवान विद्यार्थियों का निर्माण ही हमारा लक्ष्य: शिवप्रसाद
टोंक। शहर के कृषि ऑडिटोरियम में बुधवार को भारतीय शिक्षा प्रचार समिति टोंक के तत्वावधान में जिला स्तरीय प्रतिभा सम्मान समारोह हुआ। इसमें जिले के 31 विद्यालयों की कक्षा 10वीं और 12वीं में 90 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले 78 भैया-बहिनों और उनके अभिभावकों को प्रशस्ति पत्र और मैडल देकर सम्मानित किया गया।
समिति के व्यवस्थापक निपुण सक्सेना ने बताया कि समारोह में संकुल केन्द्रों पर आयोजित गतिविधियों की प्रदर्शनी लगाई गई। अटल टिंकरिंग लैब भी प्रदर्शित की गई। पीपीटी के माध्यम से विद्या भारती द्वारा संचालित टोंक जिले के श्रेष्ठ विद्यालयों की गतिविधियों की जानकारी दी गई।
राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 34 भैया-बहिनों को भी मंच पर सम्मान मिला। समारोह के मुख्य वक्ता विद्या भारती संस्थान के राष्ट्रीय मंत्री शिवप्रसाद ने कहा कि हमारे विद्यालयों का उद्देश्य पैसा कमाना नहीं, बल्कि संस्कारवान विद्यार्थियों का निर्माण करना है। उन्होंने अभिभावकों से कहा कि बच्चों को रटाने की बजाय समझ विकसित करने पर जोर दें। साथ ही बच्चों की नैसर्गिक प्रतिभा को प्रोत्साहित करने की बात कही। उन्होंने बच्चों को अंग्रेजियत से बचाने का भी आग्रह किया।
समारोह की अध्यक्षता देवली के समाजसेवी, भामाशाह और उद्योगपति नवल किशोर मंगल ने की। उन्होंने सभी आगंतुकों का आभार जताया। मंच संचालन निर्मला सोनी और सूरजमल शर्मा ने किया।
इस अवसर पर समिति के जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार शर्मा, जिला संघ चालक पुरुषोत्तम शर्मा, जिला सह संघचालक दिनेश बुंदेल, विभाग प्रचारक चैतन्य प्रकाश, जिला प्रचारक लक्ष्मण सिंह, एसीबीईओ कृष्ण गोपाल शर्मा, तुलसीदास, एडीओ सीताराम साहू, साहित्य परिषद के सुरेश बुंदेल, डॉ. नरेश कुमार वर्मा, मुख्य प्रबंधक राजेश कुमार शर्मा, महेन्द्र विजय, पुरुषोत्तम जायसवाल, रमेश चन्द काला, शंकर लाल प्रजापत, ताराचंद माहुर, राधेश्याम मालू, मेजर दुर्गालाल, प्रेमचंद शर्मा, प्रेमचन्द जैन, पूरणमल कुशवाह, दीनदयाल कसेरा, भगवान शर्मा, रामकिशन, सुमित्रा शर्मा, उर्मिला शर्मा, मधुबाला, रवि शर्मा, जिला प्रमुख सरोज बंसल, पूर्व सभापति लक्ष्मी जैन, बीना छामुनिया, लोकेश गुप्ता, खेमराज, रामरतन, दयाराम सैनी, हेमंत, रामदयाल, गोपाल घीया, दुर्गेश गुप्ता सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।