Dark Mode
सबसे ताकतवर रॉकेट को फिर से लॉन्च करने की तैयारी

सबसे ताकतवर रॉकेट को फिर से लॉन्च करने की तैयारी

कैलिफोर्निया .  एलन मस्क दुनिया के सबसे ताकतवर स्टारशिप व्हीकल के एक और टेस्ट की तैयारी कर रहे हैं। इस बार वो बूस्टर 9 और शिप 25 को स्पेस में भेजेंगे। लॉन्च की जानकारी देते हुए मस्क ने कहा- 'अगली स्टारशिप फ्लाइट की तैयारी! इस बार, मुझे लगता है कि हमारे पास कक्षीय वेग तक पहुंचने की 50% संभावना है। हालांकि, स्टेज सेपरेशन तक पहुंचना भी एक जीत होगी।'

स्टारशिप स्पेसक्राफ्ट और सुपर हैवी रॉकेट को कलेक्टिवली 'स्टारशिप' कहा जाता है। ये एक रीयूजेबल ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम है जिसके जरिए इंसानों को मंगल ग्रह पर पहुंचाया जाएगा। इसमें एडवांस्ड रेप्टर इंजन लगे हैं। अगले लॉन्च से पहले टेस्टिंग के लिए 18 मई को कंपनी ने शिप 25 को साउथ टेक्सास में अपने स्टारबेस साइट पर एक सबऑर्बिटल पैड पर मूव किया था।

19 मई को वॉटर कूल्ड स्टील प्लेट पर इसके 6 रेप्टर इंजनों का स्टैटिक फायर टेस्ट किया गया था। स्टैटिक फायर एक कॉमन प्रीफ्लाइट टेस्ट है, जिसमें व्हीकल के इंजन को थोड़ी देर के लिए चालू किया जाता है। वहीं 29 जुलाई को स्टारशिप फ्लेम डिफ्लेक्टर का फुल प्रेशर टेस्ट किया गया था। 4 अगस्त को बूस्टर 9 का फ्लाइट टेस्ट भी किया गया है जो पूरी तरह से सफल रहा। 20 अप्रैल के टेस्ट में स्टारशिप एक्सप्लोड हो गया था
इससे पहले 20 अप्रैल को स्टारशिप का पहला ऑर्बिटल टेस्ट किया गया था। इस टेस्ट में बूस्टर 7 और शिप 24 को लॉन्च किया गया था। हालांकि स्टारशिप लिफ्ट ऑफ के 4 मिनट बाद गल्फ ऑफ मैक्सिको के करीब 30 किलोमीटर ऊपर एक्सप्लोड हो गया था। स्टारशिप के फेल होने के बाद भी स्पेसएक्स हेडक्वार्टर में एलन मस्क और एम्प्लॉइज खुशी मना रहे थे।

ऐसा इसलिए क्योंकि रॉकेट का लॉन्चपैड से उड़ना ही बड़ी सफलता थी। स्टेनलेस स्टील से बने स्टारशिप को दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने बनाया है। ये दुनिया का सबसे ऊंचा और ताकतवर रॉकेट है। एलन मस्क ने भी स्टारशिप लॉन्च से दो दिन पहले कहा था- सफलता शायद मिले, लेकिन एक्साइटमेंट की गारंटी है।

स्टारशिप लिफ्ट ऑफ के 4 मिनट बाद गल्फ ऑफ मैक्सिको के करीब 30 किलोमीटर ऊपर एक्सप्लोड हो गया था। स्टेज सेपरेशन में आई थी परेशानी
स्पेसएक्स ने कहा था- स्टेज सेपरेशन से पहले स्टारशिप ने रैपिड अनशेड्यूल्ड डिसअसेंबली एक्सपीरिएंस की। इस तरह के एक टेस्ट के साथ, हम जो सीखते हैं उससे सफलता मिलती है। आज का टेस्ट हमें स्टारशिप की रिलायबिलिटी में सुधार करने में मदद करेगा। टीमें डेटा को रिव्यू करना जारी रखेंगीं और अगले फ्लाइट टेस्ट की दिशा में काम करेंगी।

लिफ्टऑफ के 4 मिनट बाद रॉकेट को नष्ट किया

सुपर हेवी बूस्टर पर लगे 33 इंजन इगनाइट हुए और स्टारशिप धीरे-धीरे ऊपर बढ़ा।
लगभग एक मिनट बाद, रॉकेट मैक्सिमम एयरोडायनेमिक प्रेशर के पीरियड से गुजरा।
सुपर हेवी बूस्टर स्टेज पर कई इंजन फेल होने के कारण रॉकेट अनबैलेंस होने लगा।
अपर स्टेज स्टारशिप व्हीकल को बूस्टर से अलग होना था, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।
लिफ्टऑफ के 4 मिनट बाद, फ्लाइट टर्मिनेशन सिस्टम ने रॉकेट को नष्ट कर दिया।
लॉन्च पैड को ज्यादा नुकसान नहीं, फिर लॉन्च को तैयार
लॉन्च के फेल होने के बाद 29 अप्रैल को ट्विटर स्पेस पर मस्क ने कहा था कि 'लॉन्च मोटे तौर पर मेरी उम्मीद के मुताबिक था, और शायद मेरी उम्मीदों से थोड़ा ज्यादा था।' ऐसी भी खबरें थीं कि लॉन्च पैड को काफी नुकसान पहुंचा है। इस पर मस्क ने कहा था- लॉन्च पैड को नुकसान इतना कम है कि स्टारशिप कुछ ही महीनों में फिर से उड़ान भरने के लिए तैयार हो सकता है।

Comment / Reply From

You May Also Like

Newsletter

Subscribe to our mailing list to get the new updates!