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डांगर गांव का लाल नेवी जवान सत्येन्द्र सिंह शहीद, कल पैतृक गांव डांगर में राजकीय सम्मान से होगी जवान की अंत्येष्टि

डांगर गांव का लाल नेवी जवान सत्येन्द्र सिंह शहीद, कल पैतृक गांव डांगर में राजकीय सम्मान से होगी जवान की अंत्येष्टि

चिड़ावा। मुंबई डॉकयार्ड पर मेंटेनेंस के दौरान भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस ब्रह्मपुत्र पर लगी भीषण आग में क्षेत्र का एक जवान शहीद हो गया। सूरजगढ़ तहसील के गांव डांगर के नेवी जवान 23 वर्षीय सत्येन्द्र सिंह सांखला पुत्र पूर्ण सिंह सांखला का गुरुवार को पैतृक गांव डांगर में सैनिक सम्मान से अन्तिम संस्कार किया जाएगा। सत्येन्द्र सिंह सांखला 2018 में नेवी में नाविक के पद पर भर्ती हुआ था। अभी 3 महीने पहले मार्च में ही चचेरे भाई के दुर्घटना में निधन पर सत्येन्द्र गांव आकर गया था। शहिद के चाचा पवन सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि 21 जुलाई को आईएनएस ब्रह्मपुत्र के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद अगले दिन नेवी के अधिकारियों ने सूचना दी कि दुर्घटना के बाद से ही सत्येन्द्र सिंह सांखला लापता है, जिसकी तलाश की जा रही है। 24 जुलाई को सुबह 3 बजे सत्येन्द्र सिंह सांखला का शव नेवी के गोताखोरों ने समुद्र से बरामद कर लिया। आग लगने से आईएनएस ब्रह्मपुत्र एक तरफ झुक गया था। जहाज पर लगी आग को बुझाने में 16 घंटों का समय लगा। जिस समय यह हादसा हुआ, उस समय जहाज पर लगभग 300 अधिकारी व अन्य कर्मचारी मौजूद थे। बताया जा रहा है कि हादसे में सिर्फ सत्येन्द्र सिंह सांखला ही शहीद हुए हैं। नेवी जवान सत्येन्द्र सिंह का पार्थिव शरीर   दिल्ली से गुरुवार सुबह सड़क मार्ग से उनके पैतृक गांव डांगर लाया जाएगा। शहीद के सम्मान में तिरंगा यात्रा का आयोजन भी किया जाएगा। गांव के लोगों ने बताया कि सत्येन्द्र काफी मिलनसार और हंसमुख स्वभाव का युवक था। परिवार में पिता पूर्ण सिंह और माता प्रेम देवी हैं, जो कि गांव में ही रहते हैं। आजीविका खेती- बाड़ी पर निर्भर है। सत्येन्द्र का एक बड़ा भाई मनेन्द्र सिंह है, जो कि जोधपुर में निजी शिक्षण संस्था में शिक्षक है।

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