टोंक: न्यायाधीश ने वन स्टॉप सेन्टस का मासिक रूप से किया निरीक्षण
टोंक। अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण टोंक के सचिव दिनेश कुमार जलुथरिया द्वारा राजकीय महिला चिकित्सालय टोंक में संचालित सखी वन स्टॉप सेन्टर का निरीक्षण किया गया। न्यायाधीश जलुथरिया ने जानकारी देते हुए बताया कि राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर द्वारा निर्भया योजना के अधीन महिलाओं की सहायतार्थ खोले गये वन स्टॉप सेन्टस का मासिक रूप से निरीक्षण किये जाने बाबत् निर्देश प्राप्त हुए हैं। उक्त निर्देशों की अनुपालना में टोंक मुख्यालय पर संचालित वन स्टॉप सेन्टर का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान न्यायाधीश द्वारा सेंटर में उपलब्ध सुविधाओं रजिस्टर संधारण, आवासित पीडि़त महिलाओं की सुरक्षा , खान-पान, चिकित्सा एवं परामर्श सेवाओं की गुणवत्ता का अवलोकन किया गया। निरीक्षण के समय आश्रित महिलाओं के शयनकक्ष में जांच की गई बेडशीट साफ नहीं पाई गई जिसके लिए न्यायाधीश द्वारा उपस्थित इंचार्ज सुनीता देवी को इसे बदलने एवं स्वच्छ रखने हेतु निर्देशित किया गया। केंद्र में मौजूद स्टाफ से बातचीत की। निरीक्षण के दौरान न्यायाधीश ने कर्मचारियों को पीडि़त महिलाओं के साथ संवेदनशील व्यवहार रखने, उनकी गोपनीयता बनाए रखने एवं हर संभव सहायता उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया। साथ ही केंद्र की व्यवस्थाओं को और अधिक सुदृढ़ करने हेतु आवश्यक सुझाव भी प्रदान किए गए। दौराने निरीक्षण न्यायाधीश ने वन स्टॉप सेन्टर के समस्त स्टॉफ को निर्देशित किया कि जिस मंशानुसार उक्त वन स्टॉप सेन्टर्स को खोला गया है, उसके अनुरूप में सेन्टर में सहायता प्राप्त करने हेतु आने वाली प्रत्येक महिला एवं किशोरी की हर संभव सहायता समय पर की जावे एवं विधिक सहायता की आवश्यकता होने पर आप तुरन्त बिना किसी देरी के जिला विधिक सेवा प्राधिकरण टोंक के कार्यालय को सूचित करे, जिससे कि समय पर पीडि़ता को सहायता मुहैया करवाई जा सके एवं साथ कहा गया कि विधिक सेवा प्राधिकरण पीडि़ताओं की सहायता के लिये सदैव तत्पर एवं कार्यशील है।