36 कौम का भव्य समंदर मंथन कार्यक्रम हुआ आयोजित
आहोर। उपखंण्ड क्षैत्र के चूण्ड़ा गांव के 36 कौम का एक भव्य समंदर मंथन कार्यक्रम का सोमवार का आयोजन हुआ। सैकड़ों -भाई बहिनों ने समंदर हिलोरने की प्राचीन परंपरा को निभाया। इस मौके पर भाई व बहनों के अलावा जनसैलाब भी उमड़ा दिखा। सोमवार को मंगल-गीतों का गान करती सजी- धजी महिलाएं,ढोल की थाप पर नृत्य करते ग्रामीण, पारम्परिक वेशभूषा में मंदिर इष्टदेव के दर्शन के साथ देवी देवताओं एवं इष्ट की आराधना के साथ गांव के मुख्य तालाब समुद्र मंथन स्थल पहुंचे। यहां पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ आचार्य की मौजूदगी में पानी में जाकर भाई-बहनों ने कलश का दोहन कर अपने भाई को पानी पिलाया। वहीं बहिनों को चुनरी ओढ़ाकर प्राचीन परंपरा का निर्वहन किया गया। इसके बाद बहिनों ने भाई ने बहिनों को दीर्घायु का आर्शीवाद देकर जल संरक्षण का संकल्प दिलाया। भाईयों ने बहिनों को भेंट पूजा अर्पित कर सामाजिक समरसता का संदेश दिया। महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में सज-धज कर तालाब के चारों ओर परिक्रमा लगाते हुए परम्परागत लोकगीत गाये। उन्होंने ओ म्हारा सासूजी समदरियों हिलोरा खाएं ..,जेठ-आषाढ़ वरिया -वरिया..,वीरा दल बादल उजले.., आदि धार्मिक मान्यताओं से जुड़े गीत गाकर पुरानी परम्परा निभाई और व्रत रखा। इसके बाद अपने धर से सांकलियों से भरा मटका लेकर तालाब पहुंची।इस मौके चूण्ड़ा गांव के 36 कौम के ग्रामीण, जनप्रतिनिधि,प्रवासी बंधु , आसपास के गांवों से पधारे अतिथि एवं 36 कौम के ग्रामीण व पुलिस प्रशासन मुस्तैद नजर आया। वहीं चुण्डा़ के समुद्र मंथन में ट्रस्ट मंड़ल व ग्रामीण की मौजूदगी में कार्यक्रम उत्साह पुर्वक नजर आया।