विश्व कैंसर दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
टोंक (हुक्मनामा समाचार)। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से विश्व कैंसर जागरूकता दिवस के अवसर पर जिले के राजकीय चिकित्सा संस्थानों पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हुए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस. एस. अग्रवाल ने बताया कि रविवार विश्व कैंसर दिवस पर सआदत अस्पताल सहित समस्त सामुदायिक चिकित्सा केन्द्रों पर कैंसर स्क्रीनिंग शिविर आयोजित किए गये। इन शिविरों में मरीजों की स्क्रिनिंग, परामर्श एवं उपचार किया गया। इसके साथ-साथ कैंसर के कारण, इलाज एवं बचाव की जानकारी दी गई। विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर जिला सआदत अस्पताल परिसर कमरा नंबर 11 में कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. ओमप्रकाश धाकड़ व स्त्री रोग विशेेषज्ञ डॉ. अंकिता सिंहल द्वारा नि:शुल्क चिकित्सा सेवाएं दी। डॉ. ओमप्रकाश धाकड़ में बताया कि मेडिकल क्षेत्र में आधुनिकता एवं तकनीक विकास के चलते कैंसर अब लाईलाज बीमारी नहीं रही है। दुनिया भर में कैंसर के बढ़ते खतरे को लेकर लोगों को जागरूक एवं शिक्षित करने के उद्देश्य से हर साल 04 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। कैंसर कई प्रकार के हो सकते हैंए सभी उम्र के व्यक्तियों में इसका जोखिम देखा जा रहा है। लक्षणों की समय पर पहचान एवं ईलाज प्राप्त करके कैंसर से मृत्यु के जोखिमों को कम करने में मदद मिल सकती है। डॉ. धाकड़ ने बताया कि कैंसर विश्वभर में मृत्यु का दूसरा प्रमुख कारण है। शरीर के किसी हिस्से में असामान्य कोशिकाओं की वृद्धि एवं इसका अनियंत्रित रूप से विभाजन कैंसर का कारक हो सकती है। आनुवांशिकता, पर्यावरणीय, लाइफस्टाइल में गड़बड़ी, रसायनों के अधिक संपर्क के कारण कैंसर होने का जोखिम बढ़ जाता है। महिलाओं में सर्वाइकल एवं ब्रेस्ट कैंसर जबकि पुरुषों में फेफड़े-प्रोस्टेट एवं कोलन कैंसर का खतरा सबसे अधिक देखा जाता रहा है। जीवनशैली की कुछ गड़बड़ आदतें जैसे धूम्रपान-शराब का सेवन, मोटापा एवं असुरक्षित यौन संबंध कैंसर के खतरे को बढ़ाने वाले हो सकते हैं। आनुवांशिकी भी कैंसर के प्रमुख जोखिम कारकों में से एक है। डॉ. धाकड़ ने बताया कि समय पर अगर कैंसर का निदान हो जाए तो इसका उपचार और रोगी की जान बचने की संभावना बढ़ जाती है। कैंसर के कई उपचार उपलब्ध हैं। कैंसर का प्रकार एवं और अवस्था जैसी स्थितियों के आधार पर दवाओं, थेरेपी, सर्जरी के माध्यम से इसका इलाज किया जाता है। सभी लोगों को कैंसर से बचाव को लेकर लगातार सावधानी बरतते रहना चाहिए। लाइफस्टाइल एवं आहार को पौष्टिक रखने के साथ शराब-धूम्रपान को छोडक़र कैंसर के खतरे से बचाव किया जा सकता है।