
चूरू : बिहार में लगभग सभी मतदाताओं से ईसीआई ने किया सीधा संपर्क
- बिहार के 80.11% मतदाता पहले ही दे चुके हैं अपना एन्न्यूमरेशन फॉर्म
- ईसीआईनेट में नया वेरिफिकेशन मॉड्यूल पूरी तरह से सक्रिय
चूरू। 77,895 बीएलओ और 20,603 नवनियुक्त बीएलओ के साथ ज़मीनी स्तर पर काम कर रही चुनाव आयोग (ईसीआई) की टीम 25 जुलाई 2025 की निर्धारित समय-सीमा से पहले एन्न्यूमरेशन फॉर्म (ईएफ) का संग्रहण पूरा करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। फील्ड-स्तर की टीमों में 38 जिला निर्वाचन अधिकारी (DEOs), सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों में निर्वाचन रजिस्ट्रेशन अधिकारी (EROs), और 963 AEROs शामिल हैं जिन्हें मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) द्वारा गहनता से मॉनिटर किया जा रहा है। इन प्रयासों को और सशक्त बना रहे हैं सभी राजनीतिक दलों द्वारा नियुक्त किए गए 1.5 लाख बूथ लेवल एजेंट्स (BLAs) जो घर-घर जाकर हर ऐसे मतदाता तक पहुंच बना रहे हैं जिनका नाम 24 जून 2025 की मतदाता सूची में दर्ज है, ताकि कोई भी पात्र मतदाता छूटने न पाए। वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांग मतदाताओं (PwD) और अन्य संवेदनशील वर्गों की मदद के लिए 4 लाख से अधिक स्वयंसेवक भी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। अब तक 100% फॉर्मों की छपाई और वितरण लगभग पूर्ण हो चुका है। आज शाम 6 बजे तक 6,32,59,497 यानी 80.11% फॉर्म एकत्र किए जा चुके हैं। इसका अर्थ है कि बिहार के हर 5 में से 4 मतदाताओं ने अपना ईएफ जमा कर दिया है। इस गति को देखते हुए अधिकांश फॉर्म 25 जुलाई से पहले ही एकत्र हो जाने की संभावना है। जो मतदाता 1 अगस्त को प्रकाशित होने वाली प्रारंभिक मतदाता सूची में अपना नाम जुड़वाना चाहते हैं, उन्हें पात्रता से जुड़े दस्तावेजों के साथ अपना ईएफ जल्द से जल्द जमा करना होगा। यदि कोई मतदाता दस्तावेज तत्काल उपलब्ध नहीं करवा सकता, तो वह इन्हें 30 अगस्त 2025 तक यानी दावे और आपत्ति दर्ज कराने की अंतिम तिथि तक अलग से भी जमा कर सकता है। इसके लिए वह स्वयंसेवकों की मदद ले सकता है। एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में बीएलओ द्वारा आज शाम 6 बजे तक 4.66 करोड़ ईएफ को डिजिटाइज़ कर ECINet में अपलोड किया जा चुका है। ECINet चुनाव आयोग का नया एकीकृत सॉफ्टवेयर है जिसमें पहले के 40 विभिन्न ऐप्स को समाहित किया गया है।