दीपक पारीक अपने कर्त्तव्य परायणता पर अटल निर्भर
पिलानी. दीपक पारीक आईपीएस अधिकारी के पद पर रहकर निरंतर गत कई वर्षों से पंजाब क्षेत्र के प्रमुख स्थानों में सेवाएं प्रदान करते हुए सत्य निष्ठा के साथ निरंतर कार्य प्रगति की और अग्रसर हो रहे हैं। उनका कहना है कि हमें बहुमूल्य मानव शरीर
मिला है, उसे निरोगी और
दीर्घ जीवी मन को मजबूत
करके ही बनाया जा सकता
है। मन की प्रखरता इस बात पर निर्भर है कि चिन्ता, शोक,निराशा, भय, क्रोध, आवेश आदि से उसे बचाया जाए।उसे उत्साह, उल्लास, धैर्य, साहस, संतोष, विश्वास,संतुलन, स्थिरता, एकाग्रता जैसे सद्गुणों से सुसज्जित रखा जाए। मन को साधने और सुसंस्कृत बनाने की जिम्मेदारी प्रत्येक व्यक्ति की स्वयं की है। इसमें कर्त्तव्य का भी योगदान है। जो कर्त्तव्य पालन को प्राणों से अधिक प्यार करते हैं, वे ही महत्त्वपूर्ण काम करते हैं। और निरंतर अपने देश मातृभूमि की रक्षा एवं आन-बान सेवा के लिए समर्पित रहते हैं। उन्हें में से एक है दीपक पारीक सुपुत्र डा आरपी पारीक जिन्होंने कम समय में बड़ी उपलब्धियां अर्जित कर खुखार आतंकवादी गिरोह एवम माधक पदार्थ तस्करी करने वाले बड़े गिरोह को पड़कर बड़ी उपलब्धि अर्जित की।