देव पितृ अमावस्या आज होंगें दान-पुण्य
पीपाड़ शहर। देव पितृ कार्य अमावस्या गुरुवार को मनाई जाएगी वही अमावस्या ज्योतिष पंचांग के आधार पर शाम 5:27 बजे तक रहेगी। पंडित रामजीवन दाधीच ने बताया कि मलमास धनु संक्रांति में पितृ अमावस्या के दिन पितरों के नाम से तर्पण मार्जन पिंड प्रधान नारायण बलि त्रिपिंडी श्राद्ध एक पिंडी श्रद्धा करने से दोगुना लाभ मिलता है तीर्थ में नदियों में समुद्र में स्नान करना देव दर्शन धार्मिक ग्रंथो का पाठन करना पुष्कर जैसे महान तीर्थ ,सरोवर या नदियों में स्नान दान परिक्रमा पूजन करना पितरों के नाम से सर्वश्रेष्ठ है। गीता पाठ विष्णु सहस्त्रनाम गोपाल सहस्त्र नाम नारायण मंत्र का जाप आत्मिक शांति के लिए इन पितरों के आशीर्वाद के लिए सर्वश्रेष्ठ है। ऐसा भी वर्णन है की गर्म भोजन पकवान एवं गर्म वस्त्र दान पुण्य करने का शास्त्रों में वर्णित भी है। इस वर्ष सन 2024 की प्रथमपितृ अमावस्या गुरुवार को होना स्वयं नारायण को प्रसन्नकरने का एवं पितृ शांति का श्रेष्ठ उपाय है। तुलसी पत्र चढ़ाना पीपल पर पूजन करना वृक्ष लगाना सूर्य नमस्कार पूजन करना श्रेष्ठ है।