कोटा में पर्यटकों को लाने के लिए हो प्रभावी ब्रांडिंग’
जिला कलेक्टर ने ली पर्यटन विकास समिति की बैठक
कोटा . पर्यटन नगरी के रूप में विकसित हो रहे कोटा में आने वाले दिनों में पर्यटन स्थलों में अधिक निखार, सुविधाओं में विस्तार और कुछ नए रोमांच भरे अध्याय भी जुड़ेंगे।
जिला कलेक्टर ओपी बुनकर की अध्यक्षता में मंगलवार को आयोजित पर्यटन विकास समिति की बैठक में जिले में पर्यटन विकास को लेकर व्यापक चर्चा हुई। उन्होंनेे निर्देश दिए कि दशहरा मेले सहित प्रमुख पर्यटन स्थलों को विश्व पटल पर विख्यात बनाने के लिए व्यापक ब्रांडिंग की जाए।
जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि कोटा के पर्यटन को विश्व पटल पर लाने के लिए देश की प्रतिष्ठित ट्रैवल एजेंसी ,ब्लॉग, ट्रैवल फोटोग्राफर, ट्रैवल राइटर्स को पर्यटन विभाग के माध्यम से आमंत्रित किया जाए ताकि मेले का राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रचार-प्रसार हो सके और पर्यटकों के बीच यह एक खास डेस्टिनेशन बन सके।
जिला कलेक्टर ने शहर के प्रमुख पर्यटन स्थलों के रखरखाव के भी निर्देश दिए। जग मंदिर पर नियमित साफ-सफाई तथा पर्यटकों के लिए सुविधाएं विकसित करने, सेवन वंडर्स का सौंदर्य बनाए रखने, यहां पार्किंग व्यवस्थित करने, स्वच्छता व सुविधाओं के संबंध में भी निर्देश दिए। जयपुर गोल्डन बुर्ज की मरम्मत एवं रंग रोगन के संबंध में नगर निगम को निर्देश दिए। चंबल गार्डन से गोदावरी धाम हनुमान मंदिर तक मार्ग के दोनों ओर अतिक्रमण हटाए जाकर लैंडस्केप विकसित करने के निर्देश दिए।
’लजीज व्यंजनों की भी होगी ब्रांडिंग’
पुराने शहर में स्मार्ट सिटी के तहत विकास कार्यों की श्रंृखला में हेरिटेज वॉक तथा फूड वॉक मार्ग तैयार किया जाना है। निर्देश दिए कि इस पर कोटा की प्रसिद्ध कचोरी, नमकीन, घेवर एवं अन्य पारंपरिक व्यंजन एवं मिष्ठान के आकर्षक बोर्ड साइनेज लगाए जाएं। ताकि बाहर से आने वाले पर्यटक यहां के पारंपरिक खान-पान और लजीज व्यंजनों का भी स्वाद लेकर जाएं।
वन विभाग द्वारा चंबल नदी में करवाई जा रही वोटिंग सफारी को किशोरपुरा सीसीएस ऑफिस के बजाय चंबल गार्डन से संचालित करने के प्रस्ताव पर जिला कलेक्टर में इस विषय पर क्रूज संचालन की कार्य योजना के साथ चर्चा करने की बात कही। कोटा आने वाले पर्यटकों को पर्यटक स्थलों के बारे में रास्तों की जानकारी मिले इसके लिए राष्ट्रीय उच्च मार्ग से कोटा में प्रवेश करने के स्थानों पर आकर्षक साइनेज बोर्ड लगाने के निर्देश दिए गए। पर्यटन को उद्योग का दर्जा देने के उपरांत पर्यटन विभाग द्वारा जारी एनटाइटलमेंट सर्टिफिकेट की भी समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए गए।
सहायक निदेशक पर्यटन संदीप श्रीवास्तव ने बैठक के एजेंडा अनुसार प्रस्ताव रखे। उन्होंने बताया कि अभेड़ा महल से अभेड़ा तालाब पाल तक तथा भंवर कुंज को नेचर वॉक ईकोट्रेल के रूप में विकसित करना प्रस्तावित है। बैठक में मौजूद टूर एंड ट्रेवल्स संबंधी प्रतिनिधियों ने भी सुझाव रखे। हाडौती टूरिज्म डेवलपमेंट सोसाइटी के नीरज भटनागर ने पैलेस ऑन व्हील्स के कोटा में ठहराव कराए जाने तथा चंबल रिवरफ्रंट के उद्घाटन के अवसर पर ट्रैवल एजेंट्स फोटोग्राफर ट्रैवल राइटर ब्लॉगर इत्यादि को आमंत्रित करने सहित अन्य सुझाव रखे।
बैठक में डीएफओ मुकुंदरा टाइगर रिजर्व बीजू जॉय, नगर निगम कोटा उत्तर के आयुक्त अनुराग भार्गव, केईडीएल के मैनेजर आशुतोष भदौरिया, अधीक्षण अभियंता यूआईटी संदीप नागपाल, अधीक्षण अभियंता नगर निगम एनके शर्मा एवं अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।