मैं सारवकर नहीं हूँ, मैं गाँधी हूँ के नारे की गूँज के साथ कांग्रेस ने किया प्रदर्शन
जयपुर । केन्द्र की मोदी सरकार की फासीवादी नीतियों तथा संवैधानिक संस्थाओं के दुरूपयोग के विरूद्ध कांग्रेस नेता राहुल गाँधी द्वारा सत्य की लड़ाई के समर्थन में आज राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा के नेतृत्व में जयपुर में निवासरत मंत्रीगण, विधायकगण व विधायक प्रत्याशीगण एवं जनप्रतिनिधिगण तथा 1500 से अधिक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी मुख्यालय के बाहर केन्द्र सरकार के विरूद्ध प्रदर्शन किया तथा राहुल गाँधी के न्यायालय से बाहर आने तक बैठक आयोजित कर राहुल गाँधी के नेतृत्व में शहीद भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरू के शहीद दिवस पर शहीदों के त्याग से प्रेरित होकर संवैधानिक संस्थाओं के दुरूपयोग के विरूद्ध लड़ाई लडऩे का संकल्प लिया। बैठक को सम्बोधित करते हुए प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी महात्मा गाँधी की विचारधारा पर चलते हुए आम आदमी के लिए कार्य करती है तथा देश की जनता की समस्याओं के निराकरण की लड़ाई लड़ती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गाँधी देश की जनता की समस्याओं पर निडरता के साथ केन्द्र सरकार के समक्ष अपने विचार रखते है तथा राष्ट्रहित में कार्य करते है। उन्होंने कहा कि विपक्षी नेताओं की आवाज को दबाने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा संवैधानिक संस्थाओं का दुरूपयोग सारी दुनिया देख रही है। उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी निडरता के साथ सत्य की लड़ाई लड़ते हुए अपने विचार रखते है। उन्होंने कहा कि गाँधी अपने विचारों पर अडिग है उन्होंने सावरकर की तरह माफी माँगना उचित समझने की बजाए अपने विरूद्ध की जा रही कार्रवाई को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी सत्य की लड़ाई लड़ रहे है, न्यायालय का फैसला स्थगित हो गया है जिसे न्यायिक प्रक्रिया के तहत् चुनौती दी जाएगी किंतु कांग्रेस पार्टी की लड़ाई उन फासीवादी ताकतों से है जो देश की सत्ता में बैठकर संवैधानिक संस्थाओं का दुरूपयोग व विपक्षी नेताओं को डराने-धमकाने, आम आदमी की आवाज दबाने के साथ ही ईडी, सीबीआई में बुलाकर विरोधियों को प्रताडि़त करने का कार्य कर रहे है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गाँधी जिन्होंने बहुमत होने के बावजूद प्रधानमंत्री पद त्याग दिया था, को ईडी के माध्यम से परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी तथा राहुल गाँधी को ईडी द्वारा 5 दिन तक बिना किसी कारण के पूछताछ के लिए बुलाकर परेशान किया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं को संसद में नहीं बोलने दिया जाता। राहुल गाँधी बोलते है तो संसद के माईक बंद कर दिए जाते है। उन्होंने कहा कि देश में मोदी सरकार जिस प्रकार से तानाशाही पूर्ण शासन चला रही है उसकी निंदा कांग्रेस पार्टी करती है तथा केन्द्र के फासीवादी शासन को समाप्त करने का संकल्प शहीद दिवस के अवसर पर सभी कांग्रेसजनों ने लिया है। उन्होंने कहा कि देश को निरंकुश शासन से बचाने के लिए सभी कांग्रेस नेता एवं कार्यकर्ता राहुल गाँधी के नेतृत्व में संघर्ष करेंगे चाहे कितनी भी कठिन एवं विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़े। कांग्रेस कार्यकर्ता केन्द्र से मोदी सरकार के निरंकुश शासन को समाप्त करेंगे।