
राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय में आईबीएम कार्यशाला सम्पन्न
कोटा । राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय में आईबीएम कम्पनी द्वारा मंगलवार को कौशल विकास संभावनाओं पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कुलपति प्रो एसके सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा आईबीएम के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किये हैं जिसमें आईबीएम, विश्वविद्यालय के साथ मिलकर आईटी सेक्टर की मांग के अनुसार नये कोर्सेज व सिलेबस तैयार करेगा, मेजर एवं माईनर कोर्सेट, परियोजना आधारित लर्निंग, आईटी सेक्टर में कौशल विकास तकनीकों तथा शिक्षकों के प्रशिक्षण एवं छात्रों के कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण प्रदान करेगा। आईबीएम विश्वविद्यालय के छात्रों को इमर्जिंग टेक्नॉलोजी के अनुसार प्रशिक्षित करेगा। आईबीएम के साथ एमओयू राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए मील का पत्थर भी साबित होगा। कम्पनी छात्रों को विशेष अकादमिक प्रशिक्षण और औद्योगिक आवश्यकताआंे के अनुरूप आईटी प्रोफेशनल्स को तैयार करने में भरपूर सहयोग प्रदान करेगी जिससे विश्वविद्यालय प्रगति के सोपानों को प्राप्त करने में सफल हो सकेगा। उन्होंने बताया कि वर्तमान परिदृष्य में तकनीकी क्षेत्रों में परिवर्तनों के साथ-साथ हमें भी परिवर्तन के लिए तैयार रहना होगा ताकि आधुनिक युग में हो रहे अनुसंधानों का उपयोग औद्योगिक विकास एवं आमजन के जीवन को अधिक सुविधाजनक बनाने में किया जा सके। उन्होंने बताया कि इसके लिए केन्द्र व राज्य सरकार बहुत अधिक कार्य कर रही है ताकि इन क्षेत्रों में रोजगार की अपार संभावनाओं का लाभ आमजन को मिल सके।
कार्यशाला में आईबीएम के कंट्री हेड कमल वाही, जगन अग्रवाल, बलराज व अमित ने वर्तमान समय की उपयोगी इमरजिंग क्षेत्रों आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स व साईबर सिक्योरिटी विषयों पर व्याख्यान देते हुए इन क्षेत्रों में रोजगार की अपार संभावनाओं के बारे में बताया। कार्यक्रम में डीन, फेकल्टी अफेयर्स प्रो एके द्विवेदी, डीन अकादमी अफेयर्स प्रो डीके पलवलिया सहित विश्वविद्यालय एवं सम्बद्ध महाविद्यालय के शिक्षकों ने भाग लिया।
कुलपति प्रो एसके सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा आईबीएम के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किये हैं जिसमें आईबीएम, विश्वविद्यालय के साथ मिलकर आईटी सेक्टर की मांग के अनुसार नये कोर्सेज व सिलेबस तैयार करेगा, मेजर एवं माईनर कोर्सेट, परियोजना आधारित लर्निंग, आईटी सेक्टर में कौशल विकास तकनीकों तथा शिक्षकों के प्रशिक्षण एवं छात्रों के कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण प्रदान करेगा। आईबीएम विश्वविद्यालय के छात्रों को इमर्जिंग टेक्नॉलोजी के अनुसार प्रशिक्षित करेगा। आईबीएम के साथ एमओयू राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए मील का पत्थर भी साबित होगा। कम्पनी छात्रों को विशेष अकादमिक प्रशिक्षण और औद्योगिक आवश्यकताआंे के अनुरूप आईटी प्रोफेशनल्स को तैयार करने में भरपूर सहयोग प्रदान करेगी जिससे विश्वविद्यालय प्रगति के सोपानों को प्राप्त करने में सफल हो सकेगा। उन्होंने बताया कि वर्तमान परिदृष्य में तकनीकी क्षेत्रों में परिवर्तनों के साथ-साथ हमें भी परिवर्तन के लिए तैयार रहना होगा ताकि आधुनिक युग में हो रहे अनुसंधानों का उपयोग औद्योगिक विकास एवं आमजन के जीवन को अधिक सुविधाजनक बनाने में किया जा सके। उन्होंने बताया कि इसके लिए केन्द्र व राज्य सरकार बहुत अधिक कार्य कर रही है ताकि इन क्षेत्रों में रोजगार की अपार संभावनाओं का लाभ आमजन को मिल सके।
कार्यशाला में आईबीएम के कंट्री हेड कमल वाही, जगन अग्रवाल, बलराज व अमित ने वर्तमान समय की उपयोगी इमरजिंग क्षेत्रों आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स व साईबर सिक्योरिटी विषयों पर व्याख्यान देते हुए इन क्षेत्रों में रोजगार की अपार संभावनाओं के बारे में बताया। कार्यक्रम में डीन, फेकल्टी अफेयर्स प्रो एके द्विवेदी, डीन अकादमी अफेयर्स प्रो डीके पलवलिया सहित विश्वविद्यालय एवं सम्बद्ध महाविद्यालय के शिक्षकों ने भाग लिया।