नृत्य की सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका
मदनगंज किशनगढ़। रतनलाल कंवरलाल पाटनी गर्ल्स कॉलेज में कल्चरल क्लब के द्वारा कत्थक नृत्य पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की मुख्य अतिथि एवं प्रसिद्ध कत्थक नृत्यागंना माधुरी ने कहा कि नृत्य जीवन का अभिन्न हिस्सा है। इसके माध्यम से न केवल जीवन को अनुशासन प्रदान किया जा सकता है बल्कि कौशल आधारित होकर रोजगार के अवसरों को भी प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि शास्त्रीय नृत्य भारतीय सभ्यता और संस्कृति की विरासत को प्रस्तुत करते है। भारतीय नृत्य और इसकी विरासत आज वैश्विक पटल पर अपनी पहचान बनाए हुए है। उन्होंने छात्राओं को कत्थक नृत्य की बारिकियों को सीखाते हुए कहा कि आज के इस आधुनिक दौर में हम भी पाश्चात्य सभ्यता और संस्कृति की ओर आकर्षित हो रहे हैं जबकि हमे अपनी संस्कृति और इसकी विरासत को आगे बढ़ाते हुए इसे अपने जीवन का अभिन्न भाग बनाने का प्रयास करना चाहिए। हमारी संस्कृति के कई आयाम है जिनमें से नृत्य की अपनी भिन्न महत्ता है यह जीवन को आधार प्रदान करने के साथ मानसिक शांति भी प्रदान करता है। महाविद्यालय प्रबन्ध समिति के निदेशक एवं सचिव सुभाष अग्रवाल ने कहा कि महाविद्यालय में इस प्रकार की गतिविधियों का लगातार आयोजन किया जाना चाहिए ताकि छात्राओं को सर्वांगीण विकास के सभी अवसर प्रदान किए जा सके। उन्होंने कहा कि किसी भी कला को सीखना एक प्रक्रिया है, उसे पर्याप्त समय देकर और पूर्ण निष्ठा से ही सीखा जा सकता है।
प्राचार्य डॉ. शैलेन्द्र पाटनी ने अतिथि का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि कला से जीवन में प्रगति के साथ आनन्द की अनुभूति भी होती है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि इस प्रकार के आयोजन महाविद्यालय में लगातार आयोजित किए जाते रहेंगे ताकि छात्राओं को नृत्य और इससे जुड़ी कलाओं को सीखने का भी अवसर प्राप्त होगा। कार्यक्रम का संचालन कल्चरल क्लब की समन्वयक मनीषा यादव एवं क्लब की सदस्य डॉ. वर्षा जैन द्वारा किया गया। इस दौरान कल्चरल क्लब के सभी सदस्य उपस्थित रहे। मंच संचालन महाविद्यालय की छात्रा चित्रा द्वारा किया गया।