दो दिवसीय जिला स्तरीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर का शुभारम्भ
अजमेर . राज्य के शांति एवं अहिंसा विभाग के तत्वाधान में जिला अहिंसा प्रकोष्ठ की ओर से आयोजित दो दिवसीय जिला स्तरीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर का सोमवार को कायड़ विश्राम स्थली में शुभारंभ किया गया।
शिविर 12 बजे मुख्य वक्ता व अन्य के झंडारोहण, राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत से आरंभ हुआ ।इसके पश्चात् अतिथियों का स्वागत किया गया।
अजमेर स्थित महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के संयोजक एवं पूर्व विधायक डॉ श्रीगोपाल बाहेती ने बताया कि शिविर में प्रतिभागियों को गांधी दर्शन से रुबरु कराया जा रहा है। जिसमें देश के ख्यातनाम गांधीवादी विचारक विचार व्यक्त करेंगे। उद्घाटन सत्र में मुख्य वक्ता एवं चिंतक सतीश राय तथा महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अनिल शुक्ला गांधी दर्शन पर अपने विचार रखें।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सतीश रॉय ने उद्बोधन में कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने स्वतंत्रता संग्राम के तहत देश को सत्य व अहिंसा की राह पर चलते हुए आजादी दिलवाई। वह अपने जीवन मूल्यों, आदर्शों के माध्यम से सदैव अमर रहेंगे। "अहिंसा परमो धर्म" गांधीजी का अहिंसा का सिद्धांत अनुकरणीय है। प्रदेश की सरकार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में महात्मा गांधी के सर्वजन विकास व सर्वजन हिताय के दृष्टिकोण से सभी वर्गों व समुदाय के विकास के लिए प्रतिबंधता के साथ कार्य कर रही है।
समारोह में अतिथियों का स्वागत सूत की माला पहना कर किया गया। कुलपति प्रो अनिल शुक्ला ने कहा कि महात्मा गांधी ने बुरा ना देखो बुरा ना सुनो एवं बुरा ना कहो का संदेश देते हुए जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण रखने एवं अच्छाई को ग्रहण करने की सीख दी थी। प्रो शुक्ला ने कहा कि गांधी जी से जुड़े विभिन्न प्रसंगों का जिक्र करते हुए, उनके महान व्यक्तित्व के बारे में बताया, गांधी जी मानते थे कि अहिंसा ही दुनिया का सबसे बड़ा हथियार है, और यह आज भी प्रासंगिक है । शिविर में भाग लेने वाले गांधीवादी वक्ताओं के उद्बोधन के माध्यम से सामाजिक सद्भाव व एकता का भाव प्रबल होगा, साथ ही प्रतिभागियों को प्रचार सामग्री के माध्यम से राज्य सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी मिलेगी ।
मुख्य वक्ता सतीश राय तथा महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय के कुलपति अनिल कुमार शुक्ला, महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के संयोजक एवं पूर्व विधायक डॉ श्रीगोपाल बाहेती, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, नगरीय निकाय विभाग उच्च शिक्षा विभाग, ऊर्जा विभाग, वन विभाग, रोजगार विभाग तथा आर्थिक एवं सांख्यिकी विभागके विभागीय अधिकारी इत्यादि उपस्थित रहें।