बाड़मेर शहर के सौन्दर्यीकरण के लिए वृहद स्तर पर प्रयास करने के निर्देश
बाड़मेर। विभागीय अधिकारी आकस्मिक निरीक्षण के साथ आमजन को त्वरित राहत पहुंचाने के लिए मैकेनिज्म विकसित करें। ताकि सरकारी योजनाआंे की प्रभावी क्रियान्विति के साथ आमजन को उसका फायदा मिल सके। यह प्रयास किया जाए कि जन समस्याआंे का स्थानीय स्तर पर समाधान हो जाए। जिला कलक्टर निशांत जैन ने मंगलवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट कांफ्रेस हॉल मंे साप्ताहिक समीक्षा बैठक के दौरान विभागीय अधिकारियांे को निर्देशित करते हुए यह बात कही।
जिला कलक्टर निशांत जैन ने कहा कि प्रत्येक विभागीय अधिकारी स्थानीय स्तर पर आमजन की समस्याआंे को चिन्हित करने के साथ उसके समाधान के लिए कार्य योजना एवं उसकी प्रभावी क्रियान्विति सुनिश्चित करवाएं। ताकि आमजन को समुचित सुविधाएं मिल सके। उन्हांेने कहा कि इसको लेकर संबंधित अधिकारी संवेदनशीलता के साथ कार्य करेंगे तो निसंदेह संपर्क पोर्टल एवं जिला स्तर पर आने वाली परिवेदनाआंे मंे कमी आएगी। इस दौरान जिला कलक्टर निशांत जैन ने विभागवार संपर्क पोर्टल पर दर्ज एवं निस्तारित परिवेदनाआंे की समीक्षा करते हुए इसको प्राथमिकता से निस्तारित करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर जैन ने नगर परिषद आयुक्त विजय प्रताप सिंह को बाड़मेर शहर के सौन्दर्यीकरण के लिए वृहद स्तर पर प्रयास करने के निर्देश दिए। उन्हांेने कहा कि शहर की सफाई व्यवस्था के साथ डिवाइडर पर लगे पौधों के गमलांे को व्यवस्थित किया जाए। उन्हांेने बारिश आने से पूर्व समस्त नालांे की सफाई सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए।
अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेन्द्र सिंह चांदावत ने कहा कि लोकसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता समाप्त हो गई है। ऐसे मंे विकास योजनाआंे एवं परियोजनाआंे के कार्यों को प्राथमिकता से पूर्ण करवाया जाए। उन्हांेने विभागवार संबंधित योजनाआंे का पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन तैयार करने के निर्देश दिए। इस दौरान सुचारू विद्युतापूर्ति के अभाव मंे मोहनगढ़ से नहरी जलापूर्ति मंे आ रही समस्या के स्थाई समाधान के लिए संबंधित अधिकारियांे को निर्देशित किया गया।
बैठक के दौरान यूआईटी सचिव श्रवणसिंह राजावत, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के उप निदेशक जसवंत गौड़, कोषाधिकारी जसराज चौहान समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।