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बकानी में मेड़तवाल समाज के सक्रिय कार्यकर्ता, रक्तदाता समुह सदस्य एवं युवा समाजसेवीनितिन, अंकित, विजय की माता रामजानकी बाई का मकान की पुरानी छत के लेंटर गिरने एवं मिट्टी में धंसने से रविवार रात को दुःखद निधन हो गया, समाज के संजय जुलानिया, मनोज मूंजा ने बताया कि रात को अचानक टीवी देखते समय पुराने मकान की छत गिर जाने से मिट्टी में धंसे जाने से समाज की धार्मिक महिला का दुःखद निधन हो गया, अत्यंत दुखद घटना के बाद भी महिला के पुत्रों ने साहस रखकर अपनी माता का नेत्रदान करवाने का परोपकारी निर्णय लिया एवं भवानीमंडी निवासी नेत्रदान प्रभारी कमलेश दलाल की सूचना पर शाइन इंडिया फाउंडेशन कोटा के डॉ कुलवंत गौड़ के द्वारा कार से बकानी आकर सुबह हॉस्पिटल में बड़ी संख्या में उपस्थित समाज सदस्यों एवं परिवारजनों के सामने नेत्रदान प्राप्त किया एवं परिवारजनों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया।
शाइन इंडिया फाउंडेशन के डॉ कुलवंत गौड़ के अनुसार महिला का कॉर्निया अच्छा पाया गया है, जिसे आई बैंक जयपुर भिजवा दिया गया है जहां यह दो असहाय नेत्रहीनों को नई ज्योति प्रदान कर सकेगा यह शाइन इंडिया फाउंडेशन के माध्यम से बकानी कस्बे से दूसरा नेत्रदान प्राप्त हुआ है इससे पहले जुलानिया परिवार की स्वर्गीय भेरुलालजी, कैलाशचंदजी रमेशचंद्रजी की माताजी श्रीमती रामकिशन बाई का 11 जनवरी को देवलोकगमन पश्चात नेत्रदान प्राप्त हुआ था।
संजय जुलानिया ने बताया कि इस हादसे की खबर जेसे ही कस्बे में पहुची दूर दूर से, बढ़ाय बकानी से लोगों का जमावड़ा लग गया। इस दोरान मुक्तिधाम में शोकाकुल परिवार के मृत आत्मा की शांति हेतु शोक सभा आयोजित की गई, जिसमें समाज के अध्यक्ष मुरली मनोहर गुप्ता, पुरषोंतम  घाटिया, मनोज मुजा, पुरुषोत्तम, रामेश्वरम गुप्ता, सुरेश गुप्ता अध्यापक, जय राठौर, विजयराज गुप्ता, धर्मेन्द्र गुप्ता, शांताराम गांधी, दिनेश मामा, चंदन चतुर्वेदी, अनिल द्विवेदी, ओम जी, समेत समज सदस्य एवं रिश्तेदार उपस्थित थे। इन सभी ने परिवार के द्वारा नेत्रदान की परोपकारी पहल की सराहना करते हुए इस हृदय विदारक घटना पर दुख प्रकट किया।
खुशिया ग़म में बदली
मनोज मूंज ने बताया कि नितिन की सगाई हाल ही मे हुई थी और उसकी अगले वर्ष शादी होने वालीं थी, परिवार मे 3 भाई है जिनकी देखभाल का जिम्मा माता रामजानकी के पास ही था. तीनों भाइयों का इस दोरान रो रो कर बुरा हाल हो गया था, इस दोरान समाज के लोगों और नितिन, विजय, अंकित के मित्रों ने इन्हें हिम्मत प्रदान की. 
सेवा की अनूठी मिसाल कायम
समाज अध्यक्ष संजय जुलानिया ने बताया कि इस आकस्मिक हादसे के बावजूद नितिन द्वारा परिवार की सहमती से नेत्र दान कराया गया. देवेश गांधी ने बताया कि यह मेड़तवाल समाज से बकानी कस्बे में दूसरा नेत्रदान प्राप्त हुआ है, अत्यंत दुख की घड़ी में भी नेत्रदान कर परिवार ने अत्यंत प्रेरणास्पद मिसाल प्रस्तुत की है। इस दुःखद हादसे पर वेश्य समाज, ब्राह्मण समाज, रक्त कोष समूह, नवयुवक संघ, समेत बढ़ाय बकानी के लोगों ने अंतिम संस्कार के समय अत्यंत शोक व्यक्त किया। इस दोरान ओम प्रकाश प्रकाश गुप्ता, दीपक, भूपेंद्र, महेश, राहुल, समेत समाज बंधु मौजूद थे।
     
                                                                        
                                                                    