
रानी रामपाल को उम्मीद, भविष्य के सितारों को तैयार करेगी महिला हॉकी लीग
नयी दिल्ली । पूर्व कप्तान रानी रामपाल का मानना है कि महिला हॉकी इंडिया लीग खेल पर वैसा ही प्रभाव डाल सकती है जैसा कि इंडियन प्रीमियर लीग ने क्रिकेट पर डाला है। रांची में 12 से 26 जनवरी तक होने वाले पहले डब्ल्यूएचआईएल में चार टीमें दिल्ली एसजी पाइपर्स, ओडिशा वॉरियर्स, श्राची रारह बंगाल टाइगर्स और सूरमा हॉकी क्लब भाग लेंगी। सूरमा क्लब की मेंटर और कोच रानी ने साइ (भारतीय खेल प्राधिकरण) मीडिया से कहा, ‘‘इस बार केवल चार टीमें हो सकती हैं लेकिन लीग शुरू होने में काफी समय लग गया है। इसके लिए हॉकी इंडिया की सराहना की जानी चाहिए।’’
भारत की पूर्व हॉकी कप्तान ने कहा, ‘‘पुरुष हॉकी टीम ने तोक्यो और पेरिस में ओलंपिक में कांस्य पदक जीते। इसकी नींव वर्षों पहले पुरुष हॉकी इंडिया लीग ने रख दी थी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अब महिला एचआईएल की शुरुआत के लिए धन्यवाद। इससे 2032 और 2036 ओलंपिक में बहुत सारी प्रतिभाशाली युवा महिला खिलाड़ियों को अपना कौशल दिखाने का मौका मिलेगा। यह मंच बेहद उपयोगी साबित होगा।’’इस संदर्भ में महिला क्रिकेट का उदाहरण देते हुए रानी ने कहा, ‘‘महिला क्रिकेट के बारे में कोई भी ज्यादा नहीं जानता था, लेकिन अब आप देख रहे हैं कि यह खेल देश में इतना लोकप्रिय कैसे हो गया है। महिला आईपीएल (डब्ल्यूपीएल) से लोगों को इसके बारे में पता चला और उन्होंने इसका अनुसरण करना शुरू कर दिया।